रायगढ़
महिलाओं ने जनपद सीईओ से की शिकायत, जांच का आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 मार्च। एक तरफ सरकार जहां गरीब मजदूरों के जीवन यापन के लिए मनरेगा के तहत कार्य संचालित कर रही है। वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधि व शासन के नुमाइंदे मजदूरों के हक को छीनने का कार्य कर रहे हैं। जहां मनरेगा कार्य में फर्जी मास्टर रोल बनाकर भुगतान किया जा रहा है। उक्त घटना जनपद पंचायत रायगढ़ के खरसिया विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत बायंग का है।
ग्राम बायंग में मनरेगा के तहत कार्य स्वीकृत होने पर आश्रित ग्राम भदरापाली में तालाब गहरीकरण का काम कराया जा रहा है। इस काम में सरपंच व सचिव मिलीभगत कर अनियमितता बरत रहे हैं। घटना की शिकायत करने सोमवार को ग्राम की लगभग 50 महिलाएं जनपद पंचायत रायगढ़ पहुंची।
महिलाओं द्वारा सीईओ से मुलाकात कर घटना से अवगत कराया गया। उन्होंने ने सरपंच-सचिव पर फर्जी मस्टर रोल बनाकर भुगतान करने का आरोप लगाया। साथ ही सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक के विरुद्ध शिकायत जिला कलेक्टर, जिला सीईओ व जनपद सीईओ रायगढ़ को भी किया। जनपद सीईओ रूपेंद्र पटेल ने शिकायत करने पहुंची महिलाओं को जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मामले में सचिव बसंत पटेल से बात की गई तो उन्होंने अपना अन्यत्र तबादला होने की बात कही। वर्तमान पंचायत सचिव राजेश चौहान से मामले की जानकारी हेतु मोबाइल किया गया पर बात नहीं हो सकी।
पूर्व में हो चुका है चावल वितरण को लेकर बवाल
विदित हो कि विगत दो वर्ष पूर्व लॉकडाउन के समय ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को तय मानकों पर चावल का वितरण नहीं किया जा रहा था। ग्रामीणों को इसकी जानकारी होने पर उन्होंने इसका विरोध किया और मामले की शिकायत मंत्री तक कर डाली, जिसका हल खाद्य विभाग के अधिकारी श्री सिदार के हस्तक्षेप के बाद निकला और दूसरे पंचायत के सचिव द्वारा अपने देख-रेख में ग्रामीणों को चावल का वितरण किया गया। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।


