रायगढ़
कम्पनी में स्थाई नौकरी की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 फरवरी। जमीन अधिग्रहण के दौरान किए गए वादों को पूरा नहीं करने पर रायगढ़़ एनर्जी के खिलाफ ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। पूर्व में कलेक्टर जनदर्शन में पहुंच लोगों ने रायगढ़़ एनर्जी के विरोध में 6 फरवरी से बेमियादी हड़तालल का ऐलान किया था। जिसके तहत सोमवार को 200 से ज्यादा भू प्रभावित युवा बेरोजगारों ने कम्पनी के गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया। पूरे दिन भर चले आंदोलन के बाद भी कम्पनी प्रबंधन ने ग्रामीणों की मांग पर ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण लोगों में जबरदस्त आक्रोश दिख रहा है।
दरअसल, ग्राम पंचायत बड़े भंडार, छोटे भंडार और बरपाली से लेकर सरवानी तथा अमलीभौना के वे बाशिंदे थे, जिनकी कृषि भूमि को रायगढ़़ एनर्जी जनरेशन लिमिटेड ने सीधा क्रय करते हुए अधिग्रहित किया था। इसके एवज में प्रत्येक खाते से एक व्यक्ति को कंपनी में स्थायी नौकरी देने का वादा किया गया था, मगर आजतक अस्थाई नौकरी पर ही रखा गया है। ऐसे में ये कम वेतन में काम करने विवश होकर भविष्य संबंधी अन्य सुविधाओं से वंचित हैं।
चूंकि, ग्रामीणों ने स्थायी नौकरी की मांग को लेकर कई मर्तबे अनुरोध किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यही वजह है कि इन्होंने थक हारकर अब रायगढ़़ एनर्जी की वादाखिलाफी को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।


