रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़,18 दिसंबर। चक्रधरनगर पुलिस द्वारा चिटफंड कंपनी प्रतिष्ठा इंफ्राकन के फरार 2 डायरेक्टर को गिरफ्तार कर आरोपियों को जेल भेजा गया।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2012-13 एवं 2013-14 में प्रतिष्ठा इंफ्राकन इंडिया लिमिटेड कंपनी ने रायगढ़ के ढिमरापुर के पास अपना कार्यालय खोल कर ग्रामीण क्षेत्र के सीधे-सादे लोगों को प्रतिदिन एवं मासिक तौर पर रकम जमा करवाने पर एक साल की अवधि पूर्ण होने पर अच्छी ब्याज के साथ मूलधन वापस किए जाने का लालच और विश्वास देकर स्थानीय लोगों को अभिकर्ता (एजेंट) बनाए और चिटफंड कंपनी का गौरख धंधा चलाने लगे। इस कथित चिटफंड कंपनी द्वारा जामगांव क्षेत्र के कई गरीब मजदूर तबके के लोगों से प्रतिदिन 20, 50, 100 अपने अभिकर्ताओं के माध्यम से जमा करवाकर उन्हें महीने में एक बार अथवा कई महीने बाद जमा रूपयों की पावती रसीद दी जाती थी। कंपनी अपने अभिकर्ताओं के साथ सांठगांठ कर छल पूर्वक अपने कारोबार को चलाया जा रहा था।
प्रारंभ में कंपनी निवेशकों का विश्वास अर्जित करने लगी जिसके बाद कंपनी वर्ष 2014 में निवेशकों के रकम को हड़प कर कंपनी बंद कर फरार हो गई थी। इस कंपनी की पीडि़ता विमला यादव, तुलसी बाई, सावित्री चौहान, विशाखा चौहान, हामिद खान द्वारा संयुक्त आवेदन कंपनी के विरुद्ध रकम जमा कराकर ना तो कोई पासबुक दिया गया ना ही कोई पॉलिसी, बॉन्ड पेपर, केवल कुछ रसीद ही दिए गए हैं। शिकायत पर थाना चक्रधरनगर में धारा 420, 467, 468, 471, 120 चिटफंड अधिनियम धारा 6(5), 10 छ.ग. के निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2005 के अपराध कायम कर चक्रधरनगर पुलिस विवेचना दरम्यान आरोपी कंपनी के डायरेक्टर रामगोपाल गढ़ेवाल (38)निवासी कुढगबोर थाना पामगढ़ जिला जांजगीर को गिरफ्तार कर आरोपी के विरुद्ध 19 मई को चालान न्यायालय पेश किया गया तथा प्रकरण के अन्य डायरेक्टर आरोपियों के विरुद्ध धारा 173(8) सीआरपीसी के तहत चालान प्रस्तुत किया गया था। कंपनी के डायरेक्टर शुभयान बनर्जी, अमित सरकार, संजीव गुहा, रामगोपाल गढेवाल, नारायण प्रसाद झलेरिया, महादेवा सोनी, मनहरण लाल कैवर्त डायरेक्टर थे तथा भैरव मिश्रा, अमित सेन, सौरभ डे, चांद मोहम्मद शेयर होल्डर थे जो निवेशकों को कम अवधि में दुगना रकम का झांसा देकर अभिकर्ताओं (एजेंट) के माध्यम से रकम वसूल किए।
और कंपनी का कारोबार समेट कर फरार हो गए थे।


