रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 21 जुलाई। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, उल्टी-दस्त व डायरिया के लक्षण वाले मरीज नगर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराए गए, वहीं पीएचई विभाग भी गांव गांव पहुंचकर पानी की जांच करने में जुटा हुआ है।
डायरिया का प्रकोप दिनभर दिन नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है जिससे नगर के स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती चली जा रही है।
दूषित पानी और खानपन में लापरवाही से यह परेशानी हो रही है यह सिलसिला पिछले जून माह के अंतिम दिनों में शुरू हुई थी जो अभी जुलाई माह तक जारी है।
ज्ञात हो कि सारंगढ़ नगर में विगत दिनों एक युवक की मौत भी हो चुकी है और पिछले पांच साल पहले पांच लोगों की मृत्यु हो चुकी है उसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग डायरिया पर काबू नहीं पा रही है जिससे अचल बटाऊपाली सुलोनी दहिदा गुन्तली, हरदी ,धन्ना, रेडा सालर,साल्हे, उधरा,गोडम, अण्डोला आदि गाव गाव मे डायरिया की शिकायत जोरो से चल रही है
बी एल खरे पीएचई विभाग सहायक अभियंता सारंगढ़ का कहना है कि मानसून के आगमन के साथ सभी बोरवेल ओं में जल स्रोत नीचे चला गया था और बारिश होने पर उसमें बारिश का पानी आया है जो लगभग दूसरी की है अभी कुछ दिन पूर्व हमारे द्वारा नगर के 17 से 18 बोरवेल से पानी लेकर लैब भेजा गया था साथी सारंगढ़ और रायगढ़ में इसका जांच भी किया गया है जिसमें भारी मात्रा में बैक्टीरिया पाया गया। और अभी लोगों को पानी उबालकर ही पीना चाहिए । गांव गांव में भी हमारे कर्मचारी पानियों का सैंपल लाकर चेक कर रहे हैं उस गांव में परेशानी आ रही है लेकिन अधिकतर गांव में पानी निकासी की समस्या है जिससे लोगों में डायरिया फैल रही है।