रायगढ़

विकास में बाधक बन रहे सरपंच व सचिव, कार्रवाई नहीं होने पर बढ़ रहा मनोबल
14-Jul-2022 4:53 PM
विकास में बाधक बन रहे सरपंच व सचिव, कार्रवाई नहीं होने पर बढ़ रहा मनोबल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 जुलाई। 
सारंगढ़ क्षेत्र के ग्राम पंचायत भीखमपुरा का है, जहां विगत दिनों ग्रामीण द्वारा की गई शिकायत पर जनपद अधिकारी सारंगढ़ द्वारा जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच करने हेतु निर्देशित किया गया था। जिन्होंने जांच उपरांत पाया कि ग्रामीण ने सरपंच के खिलाफ जिन 9 बिंदुओं में शिकायत किया गया था वो सभी सच है तथा ग्राम पंचायत के उक्त सभी निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताएं पाई गई है।
सरपंच द्वारा बिना निर्माण कार्य किए ही लगभग 10 लाख की राशि का आहरण कर लिया गया था, मजे की बात तो ये हैं की जब ग्रामीण ने शिकायत किया तब जाकर मामले का उजागर हुआ।

आरटीआई की अनदेखी, बिल व्हाउचर अस्त-व्यस्त
सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत जानकारी मांगने पर ग्राम सचिव द्वारा टालमटोल किया गया, जबकि सचिव ग्राम पंचायत के जन सूचना अधिकारी होते हैं और उनको बिल व्हाउचर की जानकारी न होना बताया जो कि पूरा झोल झाल ही लगता है। वहीं जब जनपद अधिकारी द्वारा सरपंच को भी दो बार नोटिस जारी करके जब जानकारी चाहा गया तब सरपंच भी जानकारी देना उचित नहीं समझे।

अब तो पूरा मामला एसडीएम सारंगढ़ के संज्ञान में है और उनके द्वारा वसूली आदेश देने के बाद सरपंच द्वारा पुन: शासन को वर्षा ऋतू मेंं धोखा देने के उद्देश्य से कुछ मरम्मत कार्य को वसूली के डर से कराया जा रहा है, जिसकी शिकायत ग्रामीण द्वारा पुन: संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है।
 


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