रायगढ़

कलेक्टर से मिले ग्रामीण, 7 दिनों में सडक़ बनाने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 जून। रायगढ़-घरघोड़ा सडक़ मार्ग की हालत लंबे अर्से से काफी जर्जर हो चुकी है। सडक़ में बने बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं को आमंत्रित करते हैं। यही वजह है कि इस मार्ग में सडक़ दुर्घटनाएं की खबरें सामने आते रही है।
साथ ही इन्हीं जर्जर सडक़ों की वजह से इस क्षेत्र के रहवासियों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार जिला मुख्यालय पहुंचकर इस आशय का ज्ञापन सौंपकर सडक़ निर्माण की मांग करने वाले ग्रामीणों ने कल एक बार फिर कलेक्टर से मिलकर 7 दिवस के भीतर सडक़ निर्माण कराने की मांग की है अन्यथा आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है।
कलेक्टर रायगढ़ भीम सिंह के लिखे गए पत्र में ग्रामीणों का कहना है कि राजकीय राजमार्ग स्टेट हाईवे क्र. 1 प्रभावित क्षेत्रवासी उर्दना, लाखा, तराईमाल, पूंजीपथरा, सामारूमा, घरघोड़ा यहां की सडक़ विगत कई सालों से अत्यंत जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है। सडक़ पूरी तरह से गड्ढे में तब्दील हो चुकी है।
इस मार्ग में स्थित पुल पुलिया में प्रतिदिन कई-कई घंटों तक जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस मार्ग में दुपहिया वाहन में सफर करना मानों मौत को चुनौती देने के सामान है। इस मार्ग में चलने वाले भारी वाहनों से उडऩे वाले धुल डस्ट के गुब्बार से कुछ दिखाई नही देता। साथ ही सडक़ किनारे रहने वाले ग्रामीण किसानों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
जिला मुख्यालय जाने का यह प्रमुख मार्ग है और इसकी वर्तमान स्थित काफी दयनीय हो चुकी है। इस वजह से इस मार्ग में सडक़ दुर्घटनाएं भी पहले की अपेक्षा अधिक होने लगी है।
आधा दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने कल शाम जिला मुख्यालय पहुंचकर एक बार फिर से कलेक्टर से मुलाकात कर उक्त मार्ग को एक सप्ताह के अंदर बनवाने की मांग की है। सडक़ निर्माण नही होनें की स्थिति में ग्रामीणों के द्वारा एक बार फिर से आंदोलन का रूख अख्तियार करने की बात कही गई है।