मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

पीएम सडक़ स्वीकृति पर श्रेय की राजनीति
25-Dec-2025 6:28 PM
 पीएम सडक़ स्वीकृति पर श्रेय की राजनीति

पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने रखे तथ्य

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

मनेन्द्रगढ़, 25 दिसंबर। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में स्वीकृत सडक़ों को लेकर राजनीतिक स्तर पर अलग-अलग दावे सामने आ रहे हैं। क्षेत्र की वर्तमान विधायक रेणुका सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर जारी बयान में इन सडक़ों की प्रशासकीय स्वीकृति का श्रेय स्वयं को दिए जाने के बाद, पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने इस विषय पर अपना पक्ष रखा है।

पूर्व विधायक गुलाब कमरों ने कहा कि इन सडक़ों के प्रस्ताव और उनसे संबंधित प्रयास पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किए गए थे। उन्होंने कहा कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत की अनुशंसा से ये प्रस्ताव भेजे गए थे।

गुलाब कमरों के अनुसार,पीएमजीएसवाई/4 योजना के तहत कोरिया जिले में सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत की अनुशंसा से 52 सडक़ों का प्रस्ताव भेजा गया था, जिनमें से 27 सडक़ों को लगभग 147 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली।

इसी तरह मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 70 सडक़ों के प्रस्ताव भेजे गए थे, जिनमें से 56 सडक़ों को लगभग 236 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हुई। इसके अलावा पीएम जनमन योजना के अंतर्गत एमसीबी जिले में 55 सडक़ों को लगभग 179 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली, जिसे भी उन्होंने सांसद महंत की अनुशंसा और प्रयासों का परिणाम बताया। पूर्व विधायक ने कहा कि इन योजनाओं की प्रक्रिया पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय शुरू हुई थी और वर्तमान में प्रशासकीय औपचारिकताएं पूरी होने के बाद इन्हें सार्वजनिक किया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि वे विकास कार्यों के विरोध में नहीं हैं, लेकिन उनके अनुसार वास्तविक योगदान को स्पष्ट रूप से जनता के सामने रखा जाना चाहिए।


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