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पंचायत में शामिल करें, विकास से हैं कोसो दूर...
19-Nov-2025 8:29 PM
 पंचायत में शामिल करें, विकास से हैं कोसो दूर...

पंडो जनजाति के लोगों ने जनदर्शन में लगाई गुहार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

मनेंद्रगढ़, 19 नवंबर। एमसीबी जिले के भरतपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत घघरा के आश्रित ग्राम पोड़ीडोल में रहने वाले पंडो जनजाति के लोगों ने मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन पहुंचकर अपने गांव को ग्राम पंचायत घघरा में शामिल किए जाने की मांग की। ज्ञात हो कि पंडो जनजाति के लोगों को राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे कई पीढिय़ों से इस क्षेत्र में निवास कर रहे हैं, लेकिन पंचायत में शामिल न होने के कारण विकास कार्यों और बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि पोड़ीडोल गांव का नाम पंचायत के राजस्व अभिलेखों—जैसे नक्शा और खसरा—में दर्ज नहीं है, जिसके कारण उन्हें योजनाओं का लाभ, सडक़, बिजली, आवास और अन्य आधारभूत सुविधाएं नियमित रूप से उपलब्ध नहीं हो पातीं। जनदर्शन में पहुंचे मोहनलाल पंडो और अन्य ग्रामीणों ने कहा कि वे लंबे समय से वन क्षेत्र में निवास कर रहे हैं, लेकिन जमीन के स्वामित्व और सीमांकन को लेकर स्थिति स्पष्ट न होने से उन्हें अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग की ओर से जमीन पर आपत्ति जताई जाती है, जिसके कारण उनके घरों और आवागमन पर भी अनिश्चितता बनी रहती है। उन्होंने बताया कि गांव पंचायत की सीमा में सम्मिलित न होने के कारण न तो स्थायी रास्ता उपलब्ध है, न ही योजनाओं का सीधा लाभ मिल पाता है। राशन, आवास और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता भी अनियमित है।

पंडो समुदाय, जिसे सरकारी दस्तावेजों में विशेष पिछड़ी जनजाति के रूप में दर्ज किया गया है, के लोगों ने प्रशासन से निवेदन किया है कि पोड़ीडोल को ग्राम पंचायत घघरा में शामिल किया जाए और गांव का सीमांकन कर राजस्व अभिलेखों में दर्ज किया जाए, जिससे भविष्य में उन्हें शासकीय योजनाओं का लाभ नियमित रूप से मिल सके।

कलेक्टर कार्यालय के अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांगों को सुनकर आवेदन प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि प्रकरण को नियमों के अनुसार संबंधित विभागों को परीक्षण हेतु प्रेषित किया जाएगा।


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