मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 28 जून। जिले के मनेंद्रगढ़ ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत बंजी में जाति और निवास प्रमाण पत्र के लिए कई ग्रामीण पटवारी का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सारे जरूरी दस्तावेज होने के बाद भी महिला पटवारी के द्वारा हस्ताक्षर नहीं कर ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। इस विषय में महिला पटवारी रूकमणी सिंह से ‘छत्तीसगढ़’ ने उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल पर कई बार कॉल किया गया, लेकिन उनके द्वारा फोन कॉल रिसीव नहीं किया गया।
नवीन शिक्षण सत्र आरंभ हो चुका है। स्कूलों में जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ रही है, ऐसे में कई बच्चों के द्वारा परेशान होकर पढ़ाई छोडऩे तक की बात कही जा रही है। जाति एवं निवास प्रमाण पत्र के लिए ग्राम बंजी के जगमोहन सिंह, फूलमती, रामवती एवं सीताराम गोंड़ सहित अन्य ग्रामीण पटवारी का चक्कर लगाकर थक चुके हैं, लेकिन महिला पटवारी रूकमणी पंचायत भवन में नहीं बैठ रही हैं, जबकि सप्ताह में 3 दिन उन्हें अनिवार्य रूप से पंचायत भवन में बैठकर काम करना है। स्कूल में अपने भतीजे रोहित को दाखिला दिलाने के लिए जाति प्रमाण पत्र के लिए पिछले 5 सप्ताह से पटवारी का चक्कर लगाकर परेशान हो चुके ग्राम बंजी निवासी सीताराम गोंड़ ने मनेंद्रगढ़ एसडीएम से 23 जून को लिखित शिकायत की है।
सीताराम ने बताया कि अपने भतीजा रोहित के जाति प्रमाण पत्र के लिए कई दिनों तक पंचायत भवन का चक्कर लगाया, लेकिन उनसे भेंट नहीं हो पाई। किसी प्रकार पटवारी से मुलाकात होने पर उनके द्वारा पुराने रिकार्ड की मांग की गई। इस पर 1948-49 का मिसिल बंदोबस्त की छायाप्रति, आधार कार्ड और स्कूल प्रमाण पत्र संलग्न कर आवेदन पेश किया, बावजूद इसके पटवारी के द्वारा हस्ताक्षर करने से मना कर दिया गया। परेशान शिकायतकर्ता ने एसडीएम से किसी अन्य पटवारी से जरूरी प्रमाण-पत्र समय पर उपलब्ध कराए जाने का आग्रह किया है, ताकि उसके भतीजे को समय पर स्कूल में दाखिला मिल सके।