मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 मई। सुशासन तिहार का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, शासकीय योजनाओं की समीक्षा और निगरानी, विकास कार्यों में तेजी लाना और जनता, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है। उक्त बातें मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रेस वार्ता के दौरान कही।
कलेक्टर ने बताया कि सुशासन तिहार-2025 का आयोजन 3 चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण 8 से 11 अप्रैल तक आयोजित हुआ, जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए हैं। आवेदन समाधान पेटी, शिविर और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से लिए गए हैं। आवेदन प्राप्त करने के लिए समाधान पेटी की व्यवस्था जिला और विकासखंड मुख्यालय स्तर पर की गई थी।
उन्होंने बताया कि एमसीबी जिले में कुल 41 हजार 763 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें कुल लंबित आवेदन 17 हजार 451 है वहीं 24 हजार 247 आवेदनों का निराकरण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार के दूसरे चरण में प्राप्त आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड कर संबंधित विभाग जिले के दोनों विधानसभाओं के जनपद और नगरीय निकाय के अधिकारियों को ऑनलाइन व भौतिक रूप से भेजकर उनके गुणवत्तापूर्ण निराकरण की कार्रवाई की जा रही है। मांग से संबंधित आवेदनों को बजट की उपलब्धता के आधार पर निराकृत किया जा रहा है। आवेदनों के निराकरण की गुणवत्ता की समीक्षा जिला और राज्य स्तर पर की जा रही है। तीसरे एवं अंतिम चरण की शुरुआत 5 मई से हो चुकी है, जो 30 मई तक चलेगी। इस दौरान जिले के 8 से 15 ग्राम पंचायतों के बीच एक समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। नगरीय निकायों में भी शिविर लगाए जाएंगे। जिले में कुल 21 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे।
इन पंचायतों में होगा समाधान शिविर
कलेक्टर ने बताया कि भरतपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत कोटाडोल, कुंवारपुर, देवगढ़, कंजिया, भगवानपुर, माड़ीसरई, मैनपुर, रामगढ़ और सेमरिहा में समाधान शिविर होगा। वहीं खडग़वां विकासखंड के ग्राम पंचायत शिवपुर, रतनपुर, जरौंधा, दुबछोला, कोड़ा और आमाडांड एवं मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के केल्हारी, पाराडोल, नागपुर, कछौड़, कठौतिया और पेंड्री में समाधान शिविर संपन्न होगा। इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों पर की गई विभागीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी दी जाएगी। शिविरों में आवेदन भी लिए जाएंगे।


