मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

चिरमिरी, 16 जनवरी। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र में भी रहने वाले हितग्राही लाभान्वित हो रहे हैं।
योजना के तहत नगर पालिक निगम चिरमिरी के पोंडी निवासी विकास गुप्ता ने नवंबर 2023 में पीएम स्वनिधि से बिना सिक्यूंरिटी 10 हज़ार, का बैंक ऋण प्राप्त किया। विकास गुप्ता चाट-फुल्की का व्यवसाय करते थे पीएम स्वनिधि योजना से सहायता प्राप्त होने के बाद अपने व्यवसाय को बढ़ते हुए एगऱोल सेंटर का व्यवसाय चालू किया पीएम स्वनिधि योजना से प्राप्त वित्तीय सहायता से फर्नीचर एवं सामग्री का क्रय कर अपने व्यवसाय को बढ़ाते हुए प्रतिदिन 1000 से 1200 रुपए कमाते हैं। अपने आय से श्री गुप्ता ने बताया कि बैंक का ऋण चुकता कर सितंबर 2024 में पुन: 20 हज़ार का ऋण लिया और अपनी व्यवसाय को और आगे बढ़ा रहे हैं। इस योजना ने उन्हें आत्मनिर्भर में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। इसी प्रकार हल्दीबाड़ी निवासी विमला देवी अग्रहरि अपने परिवार के साथ चाट-फुल्की का व्यवसाय करती हैं श्रीमती विमला देवी ने पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत नवंबर 2020 में 10 हज़ार का ऋण प्राप्त कर अपने व्यवसाय को बढ़ाया।
इससे प्राप्त आमदनी से अपने ऋण को चुका कर मई 2020 में 20 हज़ार इसके पश्चात जुलाई 2023 में 50 हज़ार का बैंक से वित्तीय सहायता ऋण के रूप में प्राप्त कर अपने व्यवसाय को बढ़ाया।
विमला देवी अग्रहरि ने बताया कि यह योजना हमारे परिवार के लिए वरदान साबित हुई हमने इस योजना से लाभ प्राप्त अपने व्यवसाय को बढ़ाया और व्यवसाय से प्राप्त होने वाले आय से हमने स्वयं का एक घर भी बना लिया है, हमारा परिवार आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो गया है, इस अनूठी योजना के लिए हम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव जी का हृदय से आभार प्रकट करते हैं। इस योजना के तहत नगर पालिक निगम चिरमिरी में लगभग 2 हजार शहरी पथ विक्रेताओं के आवेदन विभिन्न बैंकों को प्रेषित किए गए हैं जिसमें 1591 आवेदनों को बैंकों के द्वारा स्वीकृत कर 1521 वेंडर को ऋण प्रदान किया गया है।
ज्ञात हो कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर निधि पीएम स्वनिधि योजना का क्रियान्वयन फुटकर दुकानदारों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में हुए नुकसान एवं व्यवसाय को पुन: स्थापित करने के उद्देश्य प्रारंभ की गई रेहड़ी वाले छोटे मझौली व्यवसायियों जैसे चाट, फुल्की की सब्जी एवं फल दुकान, नाई, पंचर बनाने का काम करने वाले व्यवसायों के लिए वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत ऐसे शहरी पथ विक्रेताओं को बैंक के माध्यम से क्रमश: 10 हज़ार से 20 हज़ार एवं 50 हज़ार 3 से 4 फीसदी ब्याज पर ऋण राशि प्रदान की जाती है।