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रासेयो पुरूष इकाई के 7 दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ
11-Jan-2024 6:42 PM
रासेयो पुरूष इकाई के 7 दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

मनेन्द्रगढ़, 11 जनवरी। संत गहिरा गुरू विश्वविद्यालय सरगुजा अम्बिकापुर के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. एसएन पाण्डेय एवं जिला संगठक एमसी हिमधर के मार्गदर्शन में प्राचार्य डॉ. सरोजबाला श्याग विश्नोई के संरक्षण में कार्यक्रम अधिकारी रंजीतमणी सतनामी एवं सह-कार्यक्रम अधिकारी सुशील कुमार छात्रे के संयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना पुरूष इकाई के 7 दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ ग्राम छिपछिपी में हुआ।

शिविर के उदघाटन सत्र में ग्राम पंचायत छिपछिपी के सरपंच राम सिंह नेताम मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि अमित चक्रवर्ती सेवानिवृत्त जीएम (एमको एलेकॉन), सुनील कुमार गुप्ता सहायक प्राध्यापक, पायल सोनी अतिथि व्याख्याता रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ. श्रावणी चक्रवर्ती ने किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती, छत्तीसगढ़ महतारी एवं रासेयो के प्रेरणा पुरूष स्वामी विवेकानन्द के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। नशामुक्ति एवं सुपोषण के लिए युवा थीम पर आयोजित शिविर के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राम सिंह नेताम ने बताया कि वर्तमान समय में नशा प्रत्येक ग्राम की गंभीर समस्या है। नशामुक्ति और सुपोषण का लक्ष्य शिविर एवं ग्राम के लिए उपयुक्त है। आप सभी पूरे मनोयोग से शिविर के थीम को ग्राम के सभी सदस्यों तक पहुंचाएं। शिविर के सफलतापूर्वक संचालन में ग्राम पंचायत का पूर्ण सहयोग रहेगा। विशिष्ट अतिथ अमित चक्रवर्ती ने रासेयो स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए समाज एवं राष्ट्रीय स्तर पर एनएसएस के महत्व एवं प्रभाव को विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से बताया।

उन्होंने रासेयो के मूलमंत्र नॉट फॉर मी बट फॉर यू के मूलभाव को गहराई से बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्रभारी प्राचार्य डॉ. चक्रवर्ती ने सभी स्वयंसेवकों को पूरे मनोयोग से शिविर के लक्ष्य को प्राप्त करने, ग्रामीण समुदाय को जागरूक करने और शिविर दायित्वों के निष्ठापूर्वक निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उन्होनें स्वरचित प्रेरणादायी सुमधुर कविता प्रस्तुत की साथ ही शिविर के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु अपनी शुभकामनाएं दी। तत्पश्चात कार्यक्रम अधिकारी रंजीतमणी सतनामी ने शिविर की कार्ययोजना एवं स्वयंसेवकों को सौंपे गए विविध दायित्वों सेे अवगत् कराया। उन्होनें बताया कि प्रत्येक दिवस भोजन उपरांत अपरान्ह 3 बजे बौद्धिक सत्र का आयोजन होगा जिसमें अलग-अलग विषयों पर विद्वान वक्ताओं के व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम अधिकारी रंजीतमणी द्वारा किया गया।


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