मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
प्रदेश की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 26 नवम्बर। मतदान के माध्यम से जनादेश ईवीएम में पहुंच गया है। ईवीएम में दबे बटनों की गिनती में मात्र एक सप्ताह का समय शेष रह गया है। एमसीबी जिले की 2 विधानसभा क्षेत्रों भरतपुर-सोनहत और मनेंद्रगढ़ की ईवीएम ग्राम पंचायत चैनपुर स्थित छग स्टेट वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन शाखा मनेंद्रगढ़ में बनाये गए स्ट्रांग रूम में केंद्रीय बल और 18वीं बटालियन की निगरानी में रखी गई हैं। दोनों विधानसभाओं में भरतपुर-सोनहत काफी हॉट मानी जा रही है।
राजनीतिक दलों को यहां ईवीएम मशीन में गड़बड़ी या फिर उसे बदले जाने का डर सता रहा है। यही वजह है कि इस सीट के लिए कांग्रेस, बीजेपी और गोंगपा कार्यकर्ता बगैर पलक झपकाए ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि प्रदेश की पहली विधानसभा का दर्जा प्राप्त भरतपुर-सोनहत विधानसभा में बीजेपी से केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह और कांग्रेस से सविप्रा उपाध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त विधायक गुलाब की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। गोंगपा के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम यहां अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस विधानसभा में गोंगपा ने दोनों दलों को कड़ी टक्कर दी है।
प्रदेश की पहली विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला है। तीनों दलों के कार्यकर्ता ठिठुरन भरी ठंड में वेयर हाउस के समीप लगे टेंट में बैठकर अलाव जलाकर स्ट्रांग रूम की निगरानी कर रहे हैं। निगरानी के लिए गोंगपा ने मतदान के बाद 18 नवंबर को यहां सबसे पहले अपना टेंट लगाया है। गोंगपा की ओर से कार्यकर्ता रन साय पिपरिया, रामनारायण सिंह ढुलकू, महेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह एवं शिवनारायण ग्राम गरूडड़ोल के द्वारा ईवीएम की निगरानी की जा रही है। इसी प्रकार कांग्रेस से मोती सिंह ग्राम महाई, अजय सिंह पोंड़ी, वीर सिंह मुरलीडांड, सोनू सिंह चैनपुर एवं वीरेंद्र सिंह ग्राम चमटीमार सहित करीब 10 कार्यकर्ता तथा बीजेपी से तीरथ राजवाड़े, मनोज साहू सोनहत, दीपक यादव, धर्मपाल सिंह टेकाम, संजय यादव नागपुर एवं अंकुर जैन मनेंद्रगढ़ पाली बदल-बदल कर ईवीएम की निगरानी में जुटे हुए हैं।
स्ट्रांग रूम तक जाने की किसी को इजाजत नहीं है। जिला प्रशासन ने स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इन्ही कैमरों की स्क्रीन स्ट्रांग रूम के बाहर लगा रखी है। इसी स्क्रीन के माध्यम से कांग्रेस, बीजेपी और गोंगपा के कार्यकर्ता निगरानी कर रहे हैं।


