मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर

स्वामी आत्मानंद जयंती पर बुजुर्गों का सम्मान कर लिया आशीर्वाद
09-Oct-2023 4:18 PM
स्वामी आत्मानंद जयंती पर बुजुर्गों का सम्मान कर लिया आशीर्वाद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

चिरमिरी, 8 अक्टूबर। स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम स्कूल नवापारा, पोडी में विद्यालय के प्राचार्य शुभम अग्रवाल के मार्गदर्शन में महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री जयंती के साथ शुक्रवार को स्वामी आत्यानंद जी की जयंती के अवसर में विद्यालय में अध्ययन रथ छात्र-छात्राओं के माता-पिता को आमंत्रित कर साल श्रीफल के साथ तिलक लगा कर उनका सम्मान किया और उपस्थित छात्र छात्राओं को उनका आशीर्वाद लेने के कार्यक्रम का आयोजन किया, जहाँ उपस्थित अभिभावकों ने भी कार्यक्रम की सराहना करते हुए सभी को अपना आशीर्वाद और उज्ज्वल भविष्य की शुभ कामनाए दी।

कार्यक्रम का शुभारंभ के सर्वप्रथम विद्यालय प्राचार्य शुभम अग्रवाल के नेतृत्व में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के साथ स्वामी आत्मानंद जी की छाया चित्र पर पुष्प, एवं माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित कर के किया गया व महापुरुषों की जीवनी उद्बोधन कर किया गया। तत्पश्चात् कार्यक्रम में उपस्थित वरिष्ठ नागरिकों का स्वागत चंदन, पुष्प तथा श्रीफल से सम्मानित किया गया। बच्चों द्वारा मनमोहक प्रस्तुती भाषण स्लोगन, पोस्टर, कविता प्रस्तुत किया गया।

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विद्यालय के प्राचार्य शुभम अग्रवाल ने विद्यालय में अध्यन रथ उपस्थित छात्र छात्राओं को अपने उद्बोधन में बताया कि बुजुर्ग हमारे समाज की धरोहर हैं। बड़े बुजुगों के सम्मान, अधिकार उनके दिखाए हुए मार्ग पर चलने से समाज का विकास होगा। जीवन को खूबसूरत बनाने के लिए बुजुर्गो के साथ वक्त बिताएं उनके अनुभवों से सीख में और उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प लें। स्वामी आत्मानंद छत्तीसगढ़ के आध्यात्म पुरुष माने जाते हैं तुलसीदास, गीरा, गुरूघासीदास जी की तरह ही उन्होंने नर सेवा नारायण सेवा के मार्ग पर चलकर लोक कल्याणकारी कार्य किए। रामकृष्ण परमहंस मिशन में जुडऩे के पश्चात् स्वामी शंकराचार्य तुलेन्द्र (स्वामी आत्मानंद जी का बचपन का नाम) की प्रतिभा देखकर उन्हें ब्रम्हचर्य की दीक्षा देकर उन्हें स्वामी तेज चैतन्य का नाम दिया।

 रायपुर आने के पश्चात उन्होंने भरकर स्वरानंद से संस्कार की शिक्षा ली तब से उन्हें स्वामी आत्मानंद नाम प्राप्त हुआ। अंत में वरिष्ठ नागरिकों द्वारा आशीर्वचन द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया। उस कार्यक्रम को सफल बनाने में नीरज सोनी, नेहा जैन, दीपाली कश्यप, सुनीता राजवाड़े, बीएन उपाध्याय, अभिषेक शाह प्रिया सिंह, अंशुल कमी. सत्यार्थ पाण्डेय, डीएन पटेल, प्रांजली, रीतिका शर्मा, रोशनी, अनिल, दीप, कृतिका, हर्षिता, मो. जैद खान तथा विद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों की सहभागिता रही।


अन्य पोस्ट