मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 4 जून। एसडीएम कार्यालय में सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के तौर पर समीक्षा करते समय तहसीलदार को धमकाने वाले आरोपी जनपद उपाध्यक्ष और भाजपा नेता को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
प्रभारी तहसीलदार विप्लव श्रीवास्तव ने पुलिस को बताया कि जनकपुर निवासी दुर्गाशंकर मिश्रा द्वारा तहसील कार्यालय भरतपुर में जबरन प्रवेश कर शासकीय कार्य में बाधा डाला गया है। साथ ही गाली-गलौज कर धमकी भी दी है।
उन्होंने बताया कि घटना दिवस 1 जून शाम न्यायालयीन प्रकरण निपटाने के बाद एसडीएम कार्यालय में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भरतपुर एवं कार्यालय स्टाफ के साथ सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की हैसियत से निर्वाचन कार्य फॉर्म 6,7,8 की समीक्षा कर रहे थे, तभी अचानक आरोपी दुर्गाशंकर मिश्रा आवेश में बिना अनुमति के कमरे के अंदर दाखिल हुए अैर गाली-गलौज कर धमकी देते हुए कहा कि तुम मेरा फोन नहीं उठाते हो, बड़े अधिकारी अपने को मानते हो, तुम्हारी औकात क्या है। आरोपी ने धमकी देकर बोला, हमारी पार्टी सत्ता में आएगी तब में तुमको बताऊंगा।
कार्यालय में धमकी देकर आपराधिक बल का प्रयोग जोर-जोर से चिल्लाकर गाली-गलौज कर अभद्रतापूर्ण व्यवहार करने लगा। निर्वाचन संबंधी कार्य में व्यस्त होने के कारण फोन नहीं उठा पाने की वजह बताने के बावजूद आरोपी ने आग बबूला होकर कहा कि - मेरी रजिस्ट्री करने से इंकार कर रहे हो, तुम्हारी यह औकात कैसे हुई। यह नहीं मालूम कि मैं कौन हूँ।
तहसीलदार श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी को कहा कि उप पंजीयक के पदीय हैसियत से प्रारंभिक जांच में अपूर्ण, त्रुटिपूर्ण दस्तावेज के आधार पर विक्रय पत्र का पंजीयन करने को बाध्य न करें, तब आरोपी जबर्दश्ती विक्रय पत्र पंजीयन करने दबाव डाला। हाथ से निर्वाचन संबंधी कागजों को बलपूर्वक छीनकर फेंक दिया। मौके पर एसडीएम ने समझाईश दी, कि आप गाली-गलौज गलत व्यवहार न करें। बावजूद आरोपी तहसीलदार के साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी है।
मामले में आरोपी जनपद उपाध्यक्ष व भाजपा नेता दुर्गाशंकर मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।


