मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
मनेन्द्रगढ़, 30 मई। शासन की महत्वाकांक्षी रीपा योजना से जुडक़र महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। रीपा योजना से मिले आर्थिक संबल से विभिन्न रोजगार मूलक गतिविधियां भी संचालित की जा रही हैं। समूह की महिलाएं घर के नजदीक स्व-रोजगार प्राप्त करके घर खर्च में अपना योगदान दे रही हैं।
जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ से करीब 65 किलोमीटर की दूरी पर खडग़वां विकासखंड में ग्राम पंचायत चिरमी बसा हुआ है। चिरमी में गंगामय स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने शासन की रीपा योजना का लाभ उठाते हुए मिनी राईस मिल स्थापित किया। अब वे राइस मिल से चावल निकालने (मिलिंग) का काम करती हैं। पहले महिलाएं घर में खेती-बाड़ी का काम किया करती थीं जिसमें जगह की समस्या और पैसे की कमी होती थी। बड़ी कठिनाई से माह में 2 से 3 हजार रूपए तक का आय ही हो पाता था। रीपा योजना से जुडऩे के बाद उन्हें वर्किंग शेड और भवन प्राप्त हुआ जिससे उनके कार्य का विस्तार बड़े स्तर पर हुआ। अधिक सुविधाएं प्राप्त होने के कारण उनके आय में तेजी से वृद्धि हो रही है। सुगंधित चावल की मांग बहुत अधिक होने के कारण आज राइस मिल की मांग बढ़ गई है। लगभग 2 माह के अल्प समय में ही महिलाओं ने 55 हजार से अधिक की कमाई की है। उनके द्वारा रीपा के तहत अन्य आर्थिक गतिविधियों भी संचालित की जा रही हैं। कमाई से प्राप्त राशि से घर के बर्तन और बच्चों की पढ़ाई में पैसों का उपयोग किया जाता है।


