मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
मनेंद्रगढ़ सहित कई जिलों में बेरोजगारों से की 20 लाख की ठगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 28 मई। वन विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपियों को मनेंद्रगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायिक रिमांड पर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत झगराखंड रोड वार्ड क्र. 14 निवासी 47 वर्षीय रामकुमार श्रीवास ने 27 मई 2023 को सिटी कोतवाली मनेंद्रगढ़ में उपस्थित होकर इस आशय की नामजद लिखित शिकायत दर्ज कराई कि उसके पुत्र की फॉरेस्ट विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर प्रवीण प्रधान एवं रामनिवास सेन पिता इंद्रभान के द्वारा ठगी की गई है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी प्रवीण प्रधान ने अपने आपको फॉरेस्ट विभाग एवं मंत्रालय में काफी पहुंच पहचान होना बताया जिससे उसकी बातों में आकर फॉरेस्ट विभाग में सहायक ग्रेड-3 के पद पर अपने बेटे की नौकरी लगवाने के लिए उसे 2 लाख 35 हजार रूपए दिए हैं। उसने कहा कि पैसे लेने के बाद आरोपी लगातार फोन से संपर्क पर रहा और उसके द्वारा बेटे की नौकरी लगवा देने का आश्वासन दिया जाता रहा। कुछ दिनों बाद उसने कॉल रिसीव करना बंद कर दिया है।ॉ रिपोर्ट पर थाना मनेंद्रगढ़ में अपराध पंजीबद्ध कर तत्काल घटना से पुलिस अधीक्षक टीआर कोशिमा को अवगत कराया गया। एसपी के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमेश बरैया एवं एसडीओपी राकेश कुर्रे के मार्गदर्शन में पुलिस टीम तैयार कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में आरोपी प्रवीण प्रधान ने बताया कि उसने मनेंद्रगढ़ के माधव प्रसाद, संतोष सोनकर, दीपक नेताम, योगेश कुमार व गौरेला, पेंड्रा तथा अन्य जिलों में इस प्रकार की घटना में लगभग 20 लाख रूपए की ठगी की है। मनेंद्रगढ़ में जितने भी लोगों से पैसे लिए उसमें से 1 लाख 65 हजार रूपए झगराखंड निवासी रामनिवास सेन को कमीशन के तौर पर दिए हैं, क्योंकि इसी के माध्यम से मनेंद्रगढ़ में लोगों से मुलाकात हुई थी।
पुलिस ने दोनों आरोपियों महासमुंद जिला अंतर्गत थाना बसना ग्राम डोगरीपाली निवासी 39 वर्षीय प्रवीण प्रधान एवं एमसीबी जिला अंतर्गत झगराखंड निवासी 55 वर्षीय रामनिवास सेन के विरूद्ध आईपीसी की धारा 420, 34 के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायिक रिमांड पर उन्हें जेल भेज दिया गया।


