महासमुन्द

जनता कफ्र्यू के एक साल पूरे, बढ़ रहा संक्रमण, सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं
22-Mar-2021 4:34 PM
जनता कफ्र्यू के एक साल पूरे, बढ़ रहा संक्रमण, सार्वजनिक स्थानों पर  सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 22 मार्च।
महासमुन्द जिले में कोरोना रोकथाम के लिए टेस्टिंग पर अधिक जोर दिया जा रहा है। कोरोना नियंत्रण दल के डॉ छत्रपाल चंद्राकर बताते हैं कि कोविड के केस कम होने के बाद भी हमने टेस्ट की संख्या कम नहीं की। फरवरी और मार्च महीने में भी हमने 1400 टेस्ट रोजाना की औसत से सैंपल लेकर टेस्ट किए। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग गायब कोरोना के मामले बढऩे के एक और कारण मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग नहीं करना है। वर्तमान में लोग कोरोना को आम बीमारी की तरह ले रहे हैं। यही कारण है कि लोग सार्वजनिक स्थान पर न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क का उपयोग कर रहे हैं। 

ज्ञात हो कि जनता कफ्र्यू को आज एक साल पूरे हुए। आज ही के दिन 22 मार्च को कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए एक दिवसीय जनता कफ्र्यू लगाया गया था। महासमुन्द जिले में कोरोना का पहला मरीज 29 मई को मिला था। इसके बाद से कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ। इन 10 महीने में जिले में कोरोना के 6995 मरीजों की पहचान हो चुकी है। वहीं इनमें से 9361 ठीक हो चुके हैं और 151 की मौत हो चुकी है। 

रविवार को महासमुन्द जिले में कोरोना के 17 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही एक बार फिर से जिले में एक्टिव केस की संख्या 107 है। फरवरी महीने के बाद से ऐसा पहली बार हो रहा है कि मरीजों की संख्या 100 के पार पहुंच चुकी है। क्योंकि दो फरवरी को जिले में कोरोना का आंकड़ा 100 से नीचे चला गया था। वहीं 6 मार्च तक की स्थिति में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या केवल 28 रह गई थी। लेकिन इसके बाद से रोजाना मरीजों की संख्या में इजाफ ा हो रहा है और पिछले 15 दिनों में ही कोरोना के 79 मामले सामने आ चुके हैं।

महासमुन्द जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों पर नजर डालें तो ये चौंकाने वाले हैं। क्योंकि फरवरी महीने में पूरी तरह से कंट्रोल में रहा कोरोना मार्च महीने में फिर से बढऩे लगा है। फरवरी को कोरोना के कुल 222 मामले ही सामने आए थे। लेकिन मार्च महीने में 21 दिन में ही कोविड के 209 मामले सामने आ चुके हैं। कोविड.19 के बढ़ते मामलों के बीच राहतभरी खबर ये भी है कि हमारा जिला वैक्सीनेशन के मामले में पूरे प्रदेश में आगे है। 20 मार्च की स्थिति में 45 वर्ष से अधिक उम्र के गंभीर बीमारी के मरीज और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने के मामले में महासमुन्द जिला पूरे प्रदेश में पहले पायदान पर है। जिले में ऐसे 1 लाख 22 हजार 569 लोगों को चिह्नांकन किया गया है, जिसमें से अब तक 56855 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसका प्रतिशत 46.39 है। वर्तमान में कोविड.19 का खतरा बढऩे के बीच लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गए हैं। जिले में पिछले 11 महीने में कोरोना से 151 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
 


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