महासमुन्द

2 लाख का गबन का आरोप
30-Jan-2021 5:54 PM
2 लाख का गबन का आरोप

जंगलबेड़ा-मेढ़ापाली के सचिवों के खिलाफ फर्जी आहरण पर अब तक जांच पूरी नहीं   

एक की जांच रिपोर्ट मिली, एक का इंतजार- अफसर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 30 जनवरी।
सरायपाली और बसना ब्लॉक के ग्राम पंचायत जंगल बेड़ा और ग्राम पंचायत मेढ़ापाली के दोनों सचिवों के खिलाफ  लाखों रुपए के फर्जी आहरण मामले को लेकर शिकायत किए हुए पांच से छह महीने को बीतने को हैं लेकिन कार्रवाई अभी तक पूरी नहीं हुई है। 

रकम नहीं होने के कारण विकास के काम ठप पड़े हुए हैं। पंचायत अधिकारी जांच पूरा होने के बाद अब आगे की कार्रवाई के लिए एसडीएम को रिपोर्ट भेजने की बात कह रहे हैं। मामला सरायपाली और बसना ब्लॉक के ग्राम पंचायत जंगल बेड़ा और ग्राम पंचायत मेढ़ापाली का हैं। यहां दोनों पंचायत में महिला सचिवों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी आहरण कर करीब 2 लाख रुपए का गबन किया है।

मामला यह है कि जंगल बेड़ा सचिव बबिता प्रधान और मेढ़ापाली सचिव रमला सिदार के खिलाफ गांव वालों ने शिकायत की है कि सरकार द्वारा भेजे गए रकम को फर्जी तरीके से दो बार में 49 हजार 700 और 49 हजार 500 रुपए बिना सरपंच को जानकारी दिए निकाल कर गबन कर लिया है। 

पंचायत के सरपंच पंच को इस बात की भनक तक नहीं लगी थी। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पंचायत के खाते का ऑडिट एंट्री करवाया गया। आडिट में पता चला कि जंगल बेड़ा सचिव बबिता प्रधान द्वारा फर्जी प्रस्ताव के द्वारा एक लाख रुपए आहरण कर लिया गया है। वहीं मेढापाली सचिव रमला सिदार ने अपने सास के नाम पर भी 47 हजार 800 रकम समेत कुल 1 लाख रुपए फर्जी आहरण कर लिया है। इसकी शिकायत दोनों ग्राम पंचायतों के पंच और सरपंचों ने ग्रामीणों के साथ सीईओ सरायपाली स्निग्धा तिवारी और बसना सीईओ सनत महादेवा से की थी। अब पांच.छह महीने बीत जाने के बाद पंचायत अधिकारी जांच करने और रिपोर्ट  एसडीएम को भेजने की बात कह रहे हैं।

मामले में बसना जनपद सीईओ सनत महादेवा के मुताबिक जनपद स्तर पर जांच जारी है। जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी कार्यवाही की जाएगी। सनत महादेवा ने बताया कि सचिव रमला सिदार को मेढ़ापाली से हटाकर कर ऑफिस अटैच किया गया है। 

सरायपाली सीईओ स्निग्धा तिवारी ने कहा है कि जंगलबेड़ा से बबिता प्रधान को हटाकर जनपद पंचायत अटैच कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आ गई है। एक लाख रुपए फर्जी आहरण करने का मामला सामने आया है। आगे की कार्रवाई के लिए एसडीएम को भेजा जाएगा।


अन्य पोस्ट