महासमुन्द

आज की पीढ़ी को जल संरक्षण के महत्व पर जागरूक करना बेहद जरूरी-डीईओ
01-Dec-2025 3:43 PM
आज की पीढ़ी को जल संरक्षण के महत्व पर जागरूक करना बेहद जरूरी-डीईओ

राष्ट्रीय आविष्कार सप्ताह: कार्यशाला में 15 विद्यालय के बच्चे हुए शामिल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 1 दिसंबर। राष्ट्रीय आविष्कार सप्ताह के तहत जल संरक्षण के महत्व पर फील्ड अध्ययन पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में पांचों विकासखंड के महासमुंद सेजेस नयापारा, सेजेस पटवा, बेलसोडा, बागबाहरा से बीकेबाहरा, नर्रा, गड़बेड़ा, गोडबहल, बसना आत्मानंद स्कूल समेत 15 विद्यालय के बच्चे शामिल हुए।

कार्यशाला का शुभारंभ डीईओ विजय कुमार लहरे ने किया। इस अवसर पर सहायक संचालक नंदकिशोर सिन्हा, जिला समन्वयक जगदीश सिन्हा उपस्थित रहे। डीईओ लहरे ने कहा कि आने वाला समय में जल का अत्यधिक महत्व होगा, क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण जल श्रोतों की कमी होने की आशंका है। ऐसे में आज की पीढ़ी के छात्रों को जल संरक्षण के महत्व पर जागरूक करना बेहद आवश्यक है। जल संरक्षण के लिए सभी पारंपरिक तरीकों के साथ ही आधुनिक तकनीकों का समावेश करना भी जरूरी है।

सहायक संचालक नंदकिशोर सिन्हा ने कहा कि जल है तो कल है इसलिए जल के उपयोग में हमें सावधानी बरतनी चाहिए। मिव्ययता के साथ इसका उपयोग करना चाहिए, जल संचय और संरक्षण के सभी जरूरी उपाय हम सभी को अपनाने का संकल्प लेना चाहिए। इस मौके पर देवनारायण जांगड़े, अंकित चंद्राकर, अक्षय कुमार साहू, विवेक वर्मा, विकास यादव, नंदकुमार चौधरी, यशवंत चौधरी, निर्मल प्रधान, भीष्म सिन्हा, राजेश्वर चंद्राकर, अजय भोई, खेमराज साहू, एवं सुबोध तिवारी सहित छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

  जिला समन्वयक जगदीश सिन्हा ने जल के पुरातन महत्व को रेखांकित करते हुए भविष्य के लिए इसकी उपयोगिता तरह संरक्षण पर प्रकाश डाला। व्याख्याता विवेक वर्मा ने जल संरक्षण के महत्व पर विभिन्न तकनीकी पहलुओं की जानकारी कार्यशाला में दी।

 शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को जलसंरक्षण के महत्व को समझने के उद्देश्य से कोडार परियोजना का महासमुंद का शैक्षिक भ्रमण कराया गया। परियोजना से आसपास के क्षेत्रों को होने वाले विभिन्न प्रकार के लाभसे अवगत कराया गया।


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