महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,22नवंबर। बीते 15 नवंबर को दो वर्षों से कुड़ेकेल पुलिया को तोडक़र नई पुलिया निर्माण के लिए राशि स्वीकृत होने के बाद भी पुलिया निर्माण प्रारंभ नहीं होने पर 7 से अधिक गांव के आक्रोशित लोगों द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 53 फ ोर लाइन चक्काजाम किया गया था। उसी तर्ज पर ठीक एक सप्ताह के बाद कल दूसरी बार शुक्रवार को ग्राम डोंगरीफली, लालमाटी समेत 7 गांवों के किसानों ने डोंगरीपाली खरीदी केंद्र को यथावत रखने की मांग को लेकर चक्काजाम किया।
किसानों का आरोप है कि बसना विधायक द्वारा डोंगरीपाली लालमाटी के किसानों का एवं शासन की व्यवस्था को दरकिनार कर छोटेलोरम के किसानों का पक्ष लेते हुए छोटे लोरम में धान खरीदी प्रारंभ करने अचानक अधिकारियों को निर्देशित किया गया था। 16 नवंबर को धान खरीदी केंद्र डोंगरी पाली में करायी गयी बारदाना को तहसीलदार एवं अधिकारियों द्वारा छोटे लोरम स्थानांतरित करने गाड़ी लेकर आए थे। जिसका डोंगरी पाली एवं लाली माटी के महिला पुरुष किसानों ने जमकर विरोध किया और बारदाना डोंगरी पाली खरीदी केंद्र से छोटे लोरम लेने ही नहीं दिया गया।
इसके बावजूद एक डोंगरीपाली में दो किसानों की धान खरीदी हुई। वहीं शाम को बसना विधायक ने छोटे लोरम में आधा एकड़ निजी जमीन में बनाए गए खरीदी केंद्र में धान खरीदी का शुभारंभ किया। इस केंद्र में केवल छोटे लोरम के लोग थे। बाकी दो गांव के किसान डोंगरी पाली में ही मौजूद रहे। इस तरह डोंगरी पाली एवं लाली माटी के किसानों ने डोंगरी पाली में ही धान खरीदी केंद्र को यथावत करने की मांग की। लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने पर 19 नवंबर 2025 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा तहसीलदार थाना प्रभारी सांकरा को ज्ञापन देकर डोंगरी पाली में खरीदी केंद्र को यथावत रखने की मांग को लेकर चक्का जाम हेतु ज्ञापन दिया था।
किसानों का कहना है कि विगत 3 सालों से संचालित धान खरीदी केंद्र डोंगरीपाली को छोटेलोरम स्थानांतरित कर दिया गया है। अत: डोंगरीपाली केन्द्र को यथावत रखने की मांग को लेकर भगतदेवरी ढाबाखार चौक के पास सैकड़ों की संख्या में किसानों ने एक घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग 53 फ ोर लाइन पर चक्का जाम कर दिया। आधा घंटा तक राष्ट्रीय राजमार्ग 53 फोर लाइन जाम रहा। पिथौरा तहसीलदार मनीषा देवांगन एवं नायब तहसीलदार ललित सिंह खबर पाकर चक्का जाम स्थल पहुंचे। उन्होंने किसानों से चर्चा की। किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन दिया। जिसमें सहकारी समिति जर्राभरन के अंतर्गत आने वाले धान खरीदी केंद्र डोंगरीपाली को छोटेलोरम स्थानांतरित नहीं करने एवं डोंगरी पाली भान खरीदी केंद्र को यथावत रखने की मांग की। तहसीलदार मनीषा देवांगन ने किसानों को बताया कि यह प्रशासनिक मुद्दा है। अत: उनकी मांग को उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जाएगा। उच्य अधिकारियों द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा उसके तहत कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार के आश्वासन के बाद किसानों ने अपना चक्का जाम समाप्त कर लिया। चक्का जाम में पुरुषों के साथ महिलाएं भी काफी तादात में शामिल रहीं। डोंगरीपाली सरपंच नीलूवती पटेल के नेतृत्व में किसानों ने यह चक्का जाम किया था। ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सहकारी समिति जैराभरन अंतर्गत ग्राम डोंगरीपाली ग्राम लालीमाटी एवं छोटेलोरम 3 गांवों के लिए 3 वर्ष पूर्व ग्राम डोंगरीपाली में धान खरीदी केंद्र स्वीकृत किया गया था।
किसानों के मुताबिक बीते 3 वर्षों से लगातार डोंगरीपाली में ही धान खरीदी की जा रही थी।
दो एकड़ शासकीय भूमि को धान खरीदी केंद्र के लिए समतल एवं घेराव किया गया है। धान खरीदी प्रारंभ होने के पूर्व शासन द्वारा बारदाना भी डोंगरीपाली खरीदी केंद्र में डम्प किया गया है। बीते सोमवार 17 नवंबर को दो किसान मथुरा नायक जयप्रकाश नायक का 205 क्विंटल एवं सुनील नर्मदा पिता मनोज नर्मदा का 80 क्विंटल धान भी खरीदा गया है।


