महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,21जुलाई। बजाज फाइनेंस कंपनी से लिए कर्ज की किश्तें नहीं पटाने पर आधा दर्जन आरोपियों ने मिलकर एक सेलून दुकान संचालक का अपहरण कर उसे रात भर कमरे में बंद रखा और रात भर लाठी, डंडों, बेल्ट से उसकी पिटाई करते रहे। उनके सोने के बाद दुकान संचालक तडक़े 4 बजे वहां से भाग निकला और दूसरे दिन पिथौरा थाने में उसे अपनी आप बीती बताकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
पिथौरा और बया पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम बया निवासी प्रार्थी नंदुराम पिता परसराम सेन की ग्राम बया में जिला सहकारी बैंक के सामने सेलून की दुकान है। नंदुराम ने पिथौरा पुलिस को बताया कि उसने बजाज फाइनेंस कंपनी से साल भर पूर्व 50 हजार रुपए का कर्ज लिया था। इसमें से आधी से अधिक किश्तें वह जमा कर चुका है। कुछ महिने से वह किश्त नहीं पटा पा रहा है। 17 जुलाई को शाम करीब 7 बजे राजकुमार पटेल अपने 2 साथियों के साथ मेरी दुकान पर आया। उसने कहा कि तुम्हारी 3 किश्त का 6 हजार रुपए पटा चुका हूं, मेरा पैसा मुझे दे दो।
प्रार्थी ने जैसा कहा-मैंने कहा कि मेरे पास अभी पैसा नहीं है। इतना कहते ही राजकुमार पटेल एवं उसके 2 साथियों ने मुझे जबरदस्ती मोटर साइकिल पर बिठाकर ग्राम बरेकेल खुर्द से भी आगे एक खेत में ले गए। खेत में निर्मित एक कमरे में बंद कर दिया।
थोड़ी देर बाद राजकुमार पटेल ने अपने कुछ और साथियों को बुला लिया। प्रार्थी नंदुराम सेन ने पुलिस को बताया कि पैसों की मांग को लेकर सभी उसके साथ बंद कमरे में गाली-गलौच कर हाथ-मुक्का से मारपीट करते रहे। बाद में डंडे और बेल्ट से भी उसे रात भर पीटा गया तथा जान से मारने की धमकी दी गयी। प्रार्थी ने बताया कि आरोपियों के सोने के बाद तडक़े करीब 4 घर चला आया। दूसरे दिन उसने पिथौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
जिस पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 115-2, 127-2, 140-3, 296, 3-5 तथा 351-3 के तहत बंधक बनाकर एक से अधिक लोगों द्वारा मिलकर मारपीट कर धमकाना का अपराध पंजीबद्ध किया है। डॉक्टरी मुलाहिजा में प्राथी के शरीर पर मारपीट से आए चोटों के निशान पाए गए हैं। पुलिस ने जीरों में अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण बया पुलिस को सौंप दिया है। अब बया पुलिस ने आगे की विवेचना शुरू कर प्रार्थी नंदुराम सेन का बयान लिया है। मुख्य आरोपी राजकुमार पटेल तथा उसके सभी 5 साथी घटना के बाद से फरार हंै।