महासमुन्द

करणीकृपा संयंत्र की खुदाई से भडक़े ग्रामीण, काम रोकना पड़ा
20-Jul-2025 3:53 PM
करणीकृपा संयंत्र की खुदाई से भडक़े ग्रामीण, काम रोकना पड़ा

 गोपालपुर एनीकट से पानी लाने पाइप लाइन बिछाने की कोशिश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद,20जुलाई। तुमगांव के समीप स्थित करणी कृपा पावर प्लांट द्वारा पानी लाने के लिए पाइप बिछाने हेतु जेसीबी से सडक़ किनारे की जा रही खुदाई को छग किसान मोर्चा के आंदोलनकारी किसानों तथा आसपास के गांवों से पहुंचे ग्रामीणों ने रूकवा दिया। आंदोलनकारी पहले ही गोपालपुर एनीकट से प्लांट को पानी देने की कोशिशों का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों में भी नाराजगी है। ऐसे में एकाएक जेसीबी लगाकर खुदाई शुरू करने से ग्रामीण भडक़ गए। खबर फैलते ही आसपास के गांवों से भी ग्रामीण वहां पहुंच गए।

तुमगांव से खैरझिटी मार्ग पर शनिवार को सडक़ किनारे पाइप लाइन बिछाने हेतु जेसीबी से करणी कृपा पॉवर प्लांट द्वारा खुदाई कराने की जानकारी मिलते ही आंदोलनकारी किसान और आसपास के ग्रामीण एकत्र हो गए। सूचना पर तुमगांव पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

नगर पंचायत अध्यक्ष बलराम साहू के अलावा पूर्व जनपद सदस्य व जनपद सदस्य के वर्तमान प्रतिनिधि योगेश्वर चंद्राकर, अनेक सरपंच, पंच और ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में मौके पर जा पहुंचे। खबर फैलते ही भोरिंग, कुकराडीह, मालीडीह, खैरझिटी, तुमगांव, कौंआझर आदि ग्रामों से भी महिलाएं, पुरुष मौके पर जा पहुंचे। तब तक जेसीबी चालक करीब सौ मीटर लंबाई तक खुदाई कर चुका था। बाद में ग्रामीणों के विरोध को देखते हुये उसने खुदाई का काम रोक दिया। भडक़े ग्रामीणों ने बिना पंचायत की अनुमति के खुदाई करने का आरोप करणीकृपा प्लांट पर लगाते हुए कहा कि कई तरह के विवादों और विरोधों के बाद भी प्लांट प्रबंधन मनमानी कर ग्रामीणों को भडक़ाने का काम कर रहा है। 3 सालों से किसान प्लांट की कथित अनियमितताओं के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीण भी लगातार एनिकट से पानी देने का विरोध कर रहे हैं। लेकिन प्लांट प्रबंधन विवाद व विरोध के बाद भी बार-बार उकसावे की कार्रवाई करता है। ज्ञापनों और लिखित.मौखिक शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता। इसलिए बीच.बीच में ऐसी स्थिति निर्मित होती रहती है।

 

पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की। ग्रामीणों ने अनुमति दिलाने कहा तो प्रबंधन की ओर से लोक निर्माण विभाग की अनुमति का कागज दिखाया। जबकि पंचायत व प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना की अनुमति चाहिए थी। विरोध प्रदर्शन के बाद ठेकेदार ने जेसीबी चालक से कहकर खोदी गई जगहों को पाटने कहा। देर शाम तक पाटने का काम चलता रहा। इस दौरान वहां सरपंच भुनेश्वर ध्रुव, सरपंच प्रतिनिधि कुंजलाल चेलक, उप सरपंच टिकेलाल जलक्षत्री, पंच संतोष यादव, शिवकुमार टंडन, जयसिंग पटेल, नंदकुमार यदु, छबि पटेल, विश्राम कोसले, फिरतू दास, सत्याग्रही किसान अशोक कश्यप, हेमसागर पटेल, नाथूराम सिन्हा, धर्मेंद्र यादव, डोमार साहू, तोषण सिन्हा, बिसरू ध्रुव, बल्ला सिन्हा, देवनारायण साहू, सुकालू ध्रुव, बैसाखू सिन्हा, रवि मन्नाडे, खेमिन साहू, टुकेश्वरी ध्रुव, रूक्मिणी यादव, पुस्वैया धीवर, रमशीला पटेल, धनेश्वरी यादव, बनवासा यादव, चंद्रवंतीन ध्रुव आदि मौजूद थे।

आंदोलनकारी किसान मोर्चा के नेताओं ने आरोप लगाया कि संयंत्र प्रबंधन ने तुमगांव क्षेत्र से बाहर के श्रमिक को काम पर लगाकर स्थानीय श्रमिकों से उन्हें लड़ाने की साजिश रखी थी। जिसमें वह सफल नहीं हो सका। मोर्चा नेताओं ने उन श्रमिकों को मामले की जानकारी देकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया। मोर्चा की विज्ञप्ति के अनुसार बाद में उन श्रमिकों ने भी मोर्चा के आंदोलन को समर्थन दिया।


अन्य पोस्ट