महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा, 13 जुलाई। आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूलों की दुर्दशा को लेकर बागबाहरा शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला है।
भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि महासमुंद जिले में आत्मानंद स्कूलों की स्थिति चिंताजनक है। पिछले दो वर्षों से इन स्कूलों में संविदा शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है, जिससे कई विषयों के शिक्षक पद रिक्त पड़े हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है, ऐसे में महासमुंद जिले के साथ की गई यह खुली उपेक्षा घोर निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
श्री ठाकुर ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की भाजपा सरकार ने आत्मानंद स्कूलों के नाम में पीएम श्री जोडक़र जनता को गुमराह किया और सपने दिखाये थे कि ये स्कूल अब और बेहतर होंगे, केंद्र से आर्थिक मदद मिलेगी और इन्हें हाईटेक बनाया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इसे मंजूरी दी, लेकिन हकीकत यह है कि इन स्कूलों की स्थिति पहले से बदतर हो गई है। न नई सुविधाएं मिलीं, न बजट आया और न ही स्टाफ की बहाली हुई और पालकों तथा उनके बच्चों के सपने टूट कर चूर चूर हो गए ।
भूपेश सरकार की ऐतिहासिक पहल को मिटाने की साजिश
श्री ठाकुर ने कहा कि आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल कांग्रेस सरकार की गरीब हितैषी और दूरदर्शी योजना थी, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को भी नि:शुल्क और गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा उपलब्ध कराना था।
भूपेश बघेल के नेतृत्व में जब ये स्कूल खुले थे, तब उनमें दाखिले के लिए अभिभावक कतारों में खड़े रहते थे। इन स्कूलों के विद्यार्थिों ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ बोर्ड की मेरिट लिस्ट में जगह बनाई थी।
आईएएस अधिकारियों से लेकर गांव के किसान तक - सबके बच्चे आत्मानंद स्कूलों में पढ़ते थे। लेकिन आज की स्थिति यह है कि शिक्षकों की भारी कमी, सुविधाओं के अभाव और अनदेखी के कारण पालक अपने बच्चों की टीसी निकलवा रहे हैं और दूसरे स्कूलों में दाखिला दिला रहे हैं।
भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि जब भूपेश बघेल सरकार थी तब इन स्कूलों में अत्याधुनिक सुविधाओं वाला इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर लैब, खेल मैदान, पुस्तकालय आदि की बेहतरीन व्यवस्था थी। लेकिन भाजपा सरकार के आते ही इन व्यवस्थाओं पर ग्रहण लग गया है। आज स्थिति यह है कि विद्यालयों में संचालन के लिए आवश्यक बजट तक नहीं मिल रहा है, जिससे साफ झलकता है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार की नीयत गरीबों की शिक्षा के प्रति साफ नहीं है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के अमीर नेताओं और उद्योगपतियों के बच्चे तो विदेशों और प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा पा रहे हैं, लेकिन गरीबों के बच्चों के लिए शुरू की गई आत्मानंद स्कूल योजना को धीरे-धीरे खत्म करने की साजिश रची जा रही है।
भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि महासमुंद जिले के पालक, विद्यार्थी और विद्यालय प्रबंधन समिति कई बार शिक्षकों की मांग कर चुके हैं, लेकिन डबल इंजन सरकार गरीबों की आवाज सुनने को तैयार नहीं है। यह जनता के साथ अन्याय है और शिक्षा के अधिकार का खुला उल्लंघन है।
उन्होंने बताया कि खल्लारी विधायक और छत्तीसगढ़ शासन में पूर्व स्कूल शिक्षा विभाग के संसदीय सचिव द्वारिकाधीश यादव को इस गंभीर स्थिति से अवगत करा दिया गया है। संभावना जताई जा रही है कि आगामी विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा।
कांग्रेस का ऐलान - गरीबों के स्कूल बंद नहीं होने देंगे
भूपेंद्र ने स्पष्ट चेतावनी दी कि कांग्रेस पार्टी गरीबों के बच्चों के भविष्य से किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी। यदि शीघ्र ही शिक्षकों की भर्ती, बजट की आपूर्ति और संचालन व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो कांग्रेस सडक़ों पर उतरकर संघर्ष करेगी और भाजपा सरकार की गरीब विरोधी मानसिकता को बेनकाब करेगी।