महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,12जुलाई। बसना क्षेत्र में भगत देवरी-सलडीह मार्ग पर स्थित इंग्लिश मीडियम गोल्डल पब्लिक स्कूल बिना मान्यता खुल गई है। शराब दुकान के समीप खुले इस स्कूल को 25 दिन हो गये है। यहां 20 बच्चों का प्रवेश भी हो गया। बच्चों को गांव से लाने-ले जाने के लिये 2 स्कूल वाहनों की व्यवस्था भी कर ली गई। विभिन्न प्रकार के शुल्क के रूप में 75 हजार रुपए पालकों से वसूल किये गये। शिकायत के बाद कल आनन-फ ानन में जांच कराई गई। मान्यता संबंधी कोई दस्तावेज नहीं होने के कारण डीईओ ने कल ही स्कूल को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया है।
पिथौरा विकासखंड शिक्षा अधिकारी लक्ष्मी डडसेना ने बताया कि कुछ लोगों से ग्राम सलडीह ब्लॉक पिथौरा में बिना मान्यता के अंग्रेजी माध्यम की गोल्डन पब्लिक स्कूल संचालित करने की जानकारी दी थी। जिला अधिकारी कार्यालय महासमुंद में थी, तभी यह शिकायत मिली। लिहाजा इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए सलडीह के संकुल समन्वयक पीलू राम बरिहा को जांच के लिए भेजा गया।
जांच के दौरान स्कूल संचालक नीरज प्रधान ने महासमुंद जिले की मान्यता से संबंधित कोई भी दस्तावेज पेश नहीं किया। उनके द्वारा नई दिल्ली से प्राप्त अनुमति पत्र दिखाया गया, जो महासमुंद जिले के लिए मान्य ही नहीं है। प्राइमरी स्कूल संचालन के लिए महासमुंद जिला से मान्यता प्राप्त किया जाना आवश्यक होता है। नीरज प्रधान द्वारा महासमुंद जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से शैक्षणिक संचालन हेतु कोई भी अनुमति या मान्यता प्राप्त नहीं किया गया था। उनसे प्राप्त दस्तावेजों की जांच के बाद विकासखंड कार्यालय पिथौरा द्वारा इसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी विजय कुमार लहरे को दी गई। रिपोर्ट के आधार पर सलडीह में बिना मान्यता प्राप्त संचालित हो रहे गोल्डन पब्लिक स्कूल को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा दिया गया। विद्यालय परिसर में नोटिस चस्पा की गयी है। संकुल समन्वयक पीलू राम बरिहा ने बताया कि संदेह के आधार पर भगत देवरी-सलडीह मार्ग पर देशी शराब दुकान के पास सलडीह के किसी शिक्षक के व्यावसायिक परिसर में संचालित हो रहे गोल्डल पब्लिक स्कूल के दस्तावेज प्राप्त करने के लिये गये हुये थे। जो दस्तावेज दिये गये उसमें महासमुंद जिले में प्राथमिक स्कूल संचालन के लिये मान्यता संबंधी दस्तावेज नहीं था। बताया कि नीरज प्रधान सलडीह का निवासी नहीं है। वह पिथौरा ब्लॉक के ही ग्राम पिरदा में किसी निजी स्कूल में पढ़ाने का काम करता था। अब वह खुद सलडीह में अंग्रेजी माध्यम विद्यालय गलत ढंग से संचालित कर रहा था। श्री बरिहा को उपस्थित पालकों एवं वहां उपस्थित बाबू ने बताया कि कक्षा पहली से चौथी तक अंग्रेजी माध्यम का यह स्कूल 16 जून से विद्यालय संचालित हो रहा है। 40 बच्चों के एडमिशन का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 20 बच्चों का एडमिशन हो चुका है। 20 बच्चे नियमित रूप से स्कूल आ रहे हैं। गांव से बच्चों को स्कूल लाने के लिये दो वाहनों की भी व्यवस्था की गई है। अब तक पालकों से 75हजार रुपए फ ीस की भी वसूली की जा चुकी है।