महासमुन्द

60 हजार क्विंटल का डीओ कटा, मिलर उठा रहे धान
17-Dec-2024 3:03 PM
60 हजार क्विंटल का डीओ कटा, मिलर उठा रहे धान

रायपुर बैठक में मिलरों की अनेक मांगों पर बनी सहमति

बफर लिमिट से ज्यादा धान, प्रबंधक कल से हड़ताल पर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
महासमुंद,17 दिसंबर।
महासमुंद जिले समेत अनेक शहरों की राइस मिलों में प्रशासन की छापेमारी के बाद राइस मिलर कल से अपना असहयोग आंदोलन खत्म कर आज मंगलवार से धान का उठाव शुरु करने के लिए राजी हो गए हैं। कल शाम तक 60 हजार क्विंटल का डिलीवरी आर्डर डीओ काटा गया है। कल ही 3 मिलरों ने कस्टम मिलिंग के लिए पंजीयन कराया। जबकि 60 पहले ही करा चुके हैं। मिलरों . का कहना है कि कल रायपुर बैठक में उनकी अनेक मांगों पर सहमति बनने के बाद असहयोग आंदोलन खत्म करने का निर्णय लिया गया है।

मालूम हो कि परिवहन ठेकेदार द्वारा ट्रकें नहीं लगाए जाने के बाद से सोसायटियों में बफर लिमिट में पड़ा धान जस का तस पड़ा है। इन परिस्थितियों में धान खरीदी बंद होने की आशंका से सोसायटियों पर ट्रेक्टरों से धान का परिवहन संग्रहण केंद्रों तक करने का दबाव बनाया जा रहा है। सोसायटियों ने हाथ खड़े कर दिये हैं। उनका कहना है कि इसका भुगतान परिवहन ठेकेदार को मिलेगा। वो कब और कितना देगा, पता नहीं। पहले ही सोसायटियां घाटे में चल रही है। इसी तरह सोसायटियों में हमाल भी नहीं है। लिहाजा काम प्रभावित चल रहा है।

इसल तरह इस बार धान खरीदी बड़े ही संकट के दौर से गुजर रही है। कस्टम मिलिंग की राशि नहीं मिलने से राइस मिलर्स असहयोग आंदोलन चला रहे थे। फलस्वरूप सोसायटियों से धान का उठाव बंद हो गया था। आखिरकार धान को रखने के लिए आनन-फानन में अव्यवस्थाओं के साथ संग्रहण केंद्रों को तैयार किया गया। इसके बावजूद सोसायटियों में जाम पड़ा लिमिट से ज्यादा धान बफर स्टाक परिवहनकर्ता उठा नहीं सके। अभी भी सोसायटियों में क्षमता से ज्यादा धान जाम पड़ा है। और खरीदी प्रभावित चल रही है। इसी तरह की अनेक समस्याओं का सामना सोसायटी प्रबंधक कर रहे हैं।

धान जाम, 18 से अनिश्चितकालीन हड़ताल 
अभी भी तमाम सोसायटी प्रबंधकों ने बफर लिमिट से ज्यादा धान सोसायटियों में जाम होने के कारण धान खरीदी में असमर्थता बताते हुए 18 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। सोसायटी प्रबंधकों का कहना है कि जिले भर में सोसायटियों में धान बफर लिमिट से अधिक है। 

इस पर अधिकारियों का कहना है कि चावल जमा करने के लिए स्टेक आवंटन पश्चात 25 कार्य दिवस के बाद बचत मात्रा पर 10 रुपए प्रति क्विंटल पेनल्टी का प्रावधान धान उटाव पर पेनल्टी 10 दिन से बढ़ाकर 15 दिवस के बाद कर दी गयी है  अनुबंध हेतु कुल नान और एफसीआई 70 प्रतिशत चावल जमा और एफसीआई न्यूनतम 50 प्रतिशत चावल जमा पर एग्रीमेंट की पात्रता बारदाना यूजेस चार्ज सेंट्रल गवर्नमेंट की पालिसी अनुसार मिलेगा। 

कस्टम.मिलिंग की प्रोत्साहन राशि पर्टिकुलर मिलर के अनुसार 80 रुपए क्विंटल संपूर्ण चावल जमा पश्चात मिलेगी। चावल भाड़ा और धान भाड़ा एसएलसी दर से मिलेगा। एक मिल में एक बीपी नंपर पर दो पंजीयन की अनुमति समिति से उठाव पर जीरो सॉर्टेज पर पेनल्टी माफ ी होगी।
 


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