महासमुन्द

सत्ता में आते ही भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया-भूपेंद
17-Oct-2024 2:23 PM
सत्ता में आते ही भाजपा का किसान विरोधी चेहरा सामने आ गया-भूपेंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,17अक्टूबर।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव भूपेंद्र चंद्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा की मौजूदा साय सरकार का किसान विरोधी चेहरा धीरे-धीरे सामने आने लगा है। विगत दिनों विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से ऐसी खबर आ रही है कि मौजूदा सरकार किसानों से धान खरीदी के नाम से छल करने वाली है। 

फसल गिरदावरी के नाम से किसानों की भूमि के मेड़ के रकबा को काटकर धान खरीदी की जाएगी जो कि सरासर गलत है। आज तक छत्तीसगढ़ के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ है। जब कभी भी कोई किसान अपने खेतों में फसल लगाता है या रेघ में देता है तो वह पूरे जमीन, जितना रकबा है उतने के हिसाब से आंकलन या हिसाब करता है। वह मेड़ काटकर हिसाब नहीं करता लेकिन मौजूदा भाजपा की सरकार, व्यापारियों की सरकार है। उन्हें किसानों की पीड़ा से कोई सरोकार नहीं है। भाजपा किसान विरोधी शुरू  से रही है। चाहे वह केन्द्र हो या राज्य सरकार। पिछली बार रमन सिंह के सरकार के समय भी बोनस की राशि को रोक दिया गया था। मौजूदा साय  सरकार एक साल मजबूरी में धान खरीदने के बाद टाल मटोल की नीति किसानों के लिए शुरू कर दिया है। आज तक  एक नवंबर से धान खरीदा जाता था, लेकिन अब उसे बढ़ा कर पंद्रह नवंबर कर दिया गया है जो कि सरासर गलत है। कई किसान अर्ली वैरायटी के धान लगाते हैं , जो कि आज पक कर तैयार हो गया है।

श्री चंद्राकर के मुताबिक एक नवंबर से धान खरीदी नहीं होने से किसानों को उन्हें रखने, परिवहन,तसुरक्षा करने आदि की समस्याएं  आएगी जिसका भार और परेशानी किसानों को उठाना पड़ेगा। वास्तव में देखा जाए तो प्रदेश में निष्क्रिय सरकार बैठी हुई है जो कोई भी फैसला  नहीं ले पा रही है। आम आदमी पार्टी चेतावनी देती है यदि फसल गिरदावरी के नाम से ये सरकार खेतों के मेड़ो को काटकर किसानों की जमीन  का रकबा कम करती है तो पार्टी किसानों के साथ मिलकर आंदोलन करने को बाध्य होगी। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
 


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