महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,3 अक्टूबर। शहर की महामाया सहित खल्लारी, चंडी माता मंदिर समेत अंचल की समस्त शक्तिपीठों में आश्विन शुक्ल प्रतिपदा शारदेय नवरात्र की शुरुआत आज से हो चुकी है। दुर्गा की प्रतिमाएं विराजित करने के लिये विशाल पंडाल भी सज-धज कर तैयार हैं।
आज 3 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त 11.46 से 12.33 बजे के बीच 9 दिनों के लिये अखंड ज्योत प्रज्जवलित हो चुकी है। जबकि आज प्रात: 6.15 बजे से 7.22 के बीच घट स्थापना कर दी गई है। शहर के महामाया मंदिर में आज सैकड़ों ज्योति कलशों को शुद्ध जल में डुबोकर उसे प्रज्ज्वलन के लिये तैयार किया गया। साथ ही माता दुर्गा के तीन स्वरूप का प्रतीक मानकर 3 प्रकार की मिट्टी की सफाई कर उसे जंवारे बोने के लिये तैयार किया गया। इस तरह आज से माता शैलपुत्री के आह्वान के साथ नवरात्रि का श्रीगणेश हो गया है।
महासमुंद नगर की अधिष्ठात्री देवी महामाया सिद्ध शक्तिपीठ में दोपहर 12 बजे घट स्थापना के बाद ज्योति कलश प्रज्वलित हुई। यहां श्रद्धालुओं ने हजारों की संख्या में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित की है। शहर में कुल 5 स्थानों पर गरबा की तैयारी है। इसके अलावा नगर की शीतला मंदिर, रामेश्वरी मंदिर, बरोंडा चौक दुर्गा मंदिर, बस स्टैंड के पास खल्लारी मंदिर, सतबहानिया मंदिर में भी जोत.जवांरा स्थापित हैं।
वहीं कई घरों में भी जंवारा स्थापित किए जाने की खबर है। गुरुवार को देर शाम तक देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे। नगर की महामाया मंदिर ट्रस्ट कमेटी से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रति दिन जसगीत, माता सेवा विभिन्न टोलियों द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। आरती के बाद 8 बजे से प्रति संध्या जगराता कार्यक्रम, मानस गान, भक्ति संगीत, विभिन्न प्रसंगों के साथ आकर्षक झांकियों आदि का कार्यक्रम आहुत है।