महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2अक्टूबर। बिरकोनी इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित मनोरमा ऑयल इंडस्ट्रीज में काम करते हुए बुरी तरह से झुलसने के बाद कंपनी ने मजदूर का उपचार तो कराया, लेकिन घटना को तीन माह बीतने के बाद भी कंपनी ने पीडि़त को मुआवजा राशि प्रदान नहीं की है। फलस्वरूप उसके समक्ष अब परिवार तथा स्वयं के भरण पोषण की चिंता खड़ी हो गई है। कल कलेक्टर जनदर्शन में मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर ग्राम बेमचा निवासी पुनाराम साहू पहुंचा था।
कलेक्टर को दिये आवेदन में मजदूर पुनाराम ने बताया कि वह मनोरमा ऑयल इंडस्ट्रीज में मजदूरी करता था। तीन माह पूर्व फैक्ट्री की मशीन में कुछ खराबी आ गई थी। कंपनी को इसकी अनेक बार जानकारी दी गई थी, लेकिन इस खराबी पर कंपनी ने ध्यान नहीं दिया। इसी बीच कंपनी में ऑयल का प्रोडक्शन चल ही रहा था कि बॉयलर के गर्म खौलता हुआ पानी पुनाराम के शरीर पर छलक गया। जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया।
पुनाराम साहू ने बताया कि उनके 2 बच्चे हैं। पत्नी और दोनों बच्चों का भरण पोषण करने की जिम्मेदारी अकेले पुनाराम पर है। पुनाराम के माता-पिता इस दुनिया में नहीं है। ऐसी स्थिति में वह अपने परिवार का सर्वेसर्वा है।
आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह अपने बच्चों की पढ़ाई कराने में भी असमर्थ हो गया है। पुनाराम ने मांग की है कि उन्हें हुए नुकसान का मुआवजा दिलाई जाए तथा कंपनी के विरूद्ध कार्रवाई की जाए।