महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,2 अक्टूबर। जिले के बसना विकासखंड के सेक्टर बरोली अंतर्गत ग्राम कुरुचुंडी में 40 से अधिक गरीब व पात्र महिलाओं को योजना से संबंधित अधिकारी कर्मचारियों की लापरवाही के चलते 07 महीने से महतारी वंदन योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। योजना का लाभ पाने के लिए गरीब विवाहित, विधवा और परित्यक्ता दर-दर भटक रही हैं।
इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए पीडि़तों को तत्काल योजना का लाभ दिलवाएं।
देवकी बुढ़ेक, गुलापी झोरका, शोभा झोरका, उर्मिला यादव, मथुरा, शांति, नंदनी सहित 3 दर्जन महिलाओं ने आरोप लगाते बताया कि आवेदन एकीकृत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पर्यवेक्षक ज्योति के मार्गदर्शन में कार्यकर्ता शकुंतला बेहरा, सचिव रेणुका साव को भरना था। हमने अपने आवेदन में आधार कार्ड, बैंक खाता, राशन कार्ड सहित जरूरी सभी कागजातों के साथ महतारी वंदन का लाभ पाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र.01 कार्यकर्ता शकुंतला बेहरा को आवेदन भी दिया गया था। लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शकुंतला बेहरा ने लापरवाही करते हुए 40 से अधिक विवाहित, विधवा और परित्यक्ता महिलाओं का समय पर ऑनलाइन पंजीयन नहीं कराया गया। जिससे महिलाएं 7 महीने से इस योजना के लाभ से वंचित है और ना जाने कितने महीने इस योजना से वंचित होना पड़ेगा। महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं सेक्टर सुपरवाइजरों को इस मसले से कोई सरोकार नहीं है। जब महिलाएं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पास जाकर कहती हंै कि कब आयेगा पैसा, बड़े अधिकारी से शिकायत करें क्या, कहने पर कार्यकर्ता शकुन्तला बरिहा धमकी देती हैं कि जहां जाना है जाओ, मेरा कुछ नहीं होगा।
इस मामले में चंद्रहास नाग परियोजना अधिकारी महिला व बाल विकास विभाग का कहना है कि महतारी वंदन योजना का फार्म भरते वक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं पंचायत सचिव को फ ार्म के एंट्री के लिए अलग-अलग आईडी जारी किया गया था। दोनों को मिलकर काम पूरा करना था। कहां चूक हुई देखने वाली बात है।
अभी योजना में नए फार्म सबमिट करने का ऑप्शन नहीं है। महतारी बंदन का पोर्टल खोला जावेगा तभी संभव है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और पंचायत सचिव को नोटिस जारी कर उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में आगे की कार्रवाई की जावेगी।
कार्यकर्ता शकुंतला बेहरा से पूछे जाने पर बताया कि 14 महिलाओं का ही उनके पास आवेदन है। पंचायत सचिव से कार्य में कोई सहयोग प्राप्त नहीं हुआ। सारे फार्म की एंट्री मैंने अकेले ही की। जिनमें कुछ आवेदन अपूर्ण थे। जबकि नेटवर्क की समस्या के चलते आवेदन ऑनलाइन एंट्री करने के बाद भी नहीं हो पाया और कुछ आवेदन में गलती की वजह से ऑन लाइन एंट्री नहीं हो पाया था।