महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,18सितंबर। अयोध्या नगर सिद्घि विनायक गणेशोत्सव समिति द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर साहित्यकार टेकराम सेन चमक द्वारा गणेश वंदना से काव्य गोष्ठी का शुभारंभ किया गया। वरिष्ठ साहित्यकार एस.चन्द्रसेन की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकार अशोक शर्मा, प्रलय थिटे, मौलाना कैसर,सरिता तिवारी, बंधु राजेश्वर खरे द्वारा अपनी पंक्तियों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
एस.चन्द्रसेन ने कहा कि न देवी न दासी कहना, इंसान मुझे भी रहने दो, गजलकार अशोक शर्मा ने कहा कि झांसी के अब कहां मिलेंगे सबके सब झांसे के राजा, सबके अपने एजेंडे हैं सबका अपना अपना बाजा। प्रलय थिटे ने कहा कि हे थर्मामीटर अंधों के हाथ में सुना है लोकतंत्र बीमार है, मौलाना याकूब कैसर ने जभे कबे तभे करही रहा ले ले, तोर मोर बने बनही रहा ले ले सुनाया। इस अवसर पर सरिता तिवारी ने कहा कि हमें नहीं आती लज्जा, हिन्दी में बेबाकी से बात अपनी कह जाते हैं, आयोजक मंडल सदस्य व वरिष्ठ कहानी कथाकार बंधु राजेश्वर खरे ने माटी की महिमा बताते हुये कहा कि माटी सबके तन मन के सिंगार हे बारो सेन चमक ने कहा कि सबन देवन में प्रथम पूज्य जय गणपति भगवान उनसे ही सब कुछ मिले सुख समृद्घि है। समिति अध्यक्ष चमन साहू, रेखा आचार्य, सौरभ तोमर सहित सदस्यों ने साहित्यकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर शिव कुमार साहू, राम कुमार, प्रमोद तिवारी, डा. लक्ष्मी देवांगन, रूपसिंह दीवान, उदेराम साहू, केशव निर्मलकर, सोनू कन्नौजे, सुरेश दुबे सहित साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।
उक्त जानकारी साहित्यकार बंधु राजेश्वर खरे ने दी है।