महासमुन्द

गुरु गोविंद सिंग के अरदास पाठ-भोग भंडारा में शामिल हुए विहिप के पदाधिकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,9 जनवरी। गुरु गोविंद सिंग के 355 वें प्रकाशपर्व एवं जयंती के उपलक्ष्य में 10 दिवसीय अरदास पाठ एवं भोग भंडारा का आयोजन लोहिया चौक महासमुंद में प्रतिदिन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद छग के प्रांत संगठन मंत्री जितेंद्र वर्मा, प्रान्त सह मंत्री घनश्याम चौधरी, विभाग मंत्री रायपुर हरदीप सिंग सैनी उपस्थित थे। इस दौरान प्रान्त सह मंत्री घनश्याम चौधरी ने कहा कि गुरु गोविंद सिंग का जन्म बिहार के पटना में हुआ था। जब गोविंद सिंग जी छोटे थे, तब अल्प आयु में ही उनके पिता गुरु तेग बहादुर कश्मीरी पंडितों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में सामने आए और मुगल शासक औरंगजेब ने दिल्ली स्थित चांदनी चौक में गुरु तेग बहादुर का सिर काट दिया। उनके पश्चात वे सिखों के दसवें गुरु हुए।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार गुरु गोविंद सिंग ने धर्म की रक्षा हेतु अपने एवं अपने पूरे परिवार की आहुति दे दी। अगर उस समय मुगलों से कोई मुकाबला किया तो वो सिख कौम है। गोविंद सिंग जी ने बच्चे बच्चे के मन में अपने धर्म एवं देश के प्रति बलिदान होने की परंपरा शुरू की। सभा को संघठन मंत्री जितेंद्र वर्मा, विभाग मंत्री हरदीप सैनी, पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा, धरम साहू, त्रिपुरारी पटेल ने भी सभा को संबोधित किया। इस दौरान सिक्ख समुदाय के बच्चों रबजोत सिंघ चावला और साथियों ने साहसिक करतब दिखाए।
उक्त कार्यक्रम में विभाग प्रचारक तुलसी दास, घनश्याम सोनी, देवेंद्र दुबे, अनूप उपासे, अग्रज शर्मा, आनंद साहू, विश्व हिंदू परिषद के जिला कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष चन्द्राकर, जिला उपाध्यक्ष पंकज चंद्राकर, जिला मंत्री अखिलेश लुनिया, संयोजक इवन साहू, सह मंत्री रामेश्वर पांडे, धनेंद्र चन्द्राकर, सह कोषाध्यक्ष चेतन ठाकुर,संजय यादव, प्रखंड अध्यक्ष गुरुबचन सिंग, दानेश्वर सिन्हा, गिरीश, हिमांशु तिवारी, नरेश नायक, नितेश श्रीवास्तव एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।