महासमुन्द
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तकनीकी कारणों से देरी, जल्द कनेक्शन देंगे-गौरव
शिकायत नहीं मिली है-जिला खाद्य अधिकारी
महासमुंद,18 दिसंबर। महासमुंद जिले में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत मिलने वाला गैस कनेक्शन आज भी कई हितग्राहियों को नहीं मिला है। हालांकि ऑनलाइन रिकार्ड में इनका नाम उन हितग्राहियों की सूची में दर्ज है, जिन्हें कनेक्शन दिया जा चुका है, लेकिन हकीकत कुछ और है। इसकी जानकारी तब हुई, जब महिलाओं ने रोज गैस एजेंसी के चक्कर लगाना शुरू कर दिया।
मालूम हो कि इस योजना के तहत जिले में 2 लाख हितग्राहियों को गैस कनेक्शन दिया जाना था। इसके लिए 18 गैस एजेंसियों को यह जिम्मेदारी दी गई थी। गरीब तबके की महिलाओं को मिट्टी के चूल्हों, लकड़ी के धुओं से निजात दिलाने, इस योजना की शुरूआत 2016 में की गई थी। लेकिन पिछले 4 साल में यहां का टारगेट पूरा नहीं हो सका है। जिले में अब तक 1,77,106 हितग्राहियों को ही इसका लाभ मिला है। बाकी महिलाएं जब एजेंसी जाकर इस बारे में बात करती हैं तो इन्हें बताया जाता है कि ऑनलाइन रिकार्ड में इनका नाम तो दर्ज है, पता नहीं क्यों कनेक्शन नहीं मिला।
लाफिनखुर्द की रहने वाली छतरबती बताती हैं-वर्ष 2017 में योजना का लाभ लेने आवेदन किया था। ऑनलाइन रिकॉर्ड में मेरा नाम लाभार्थियों की सूची में है। जबकि मुझे आज तक गैस कनेक्शन मिला नहीं है।
इसी प्रकार लाफिनखुर्द की ही गीताबाई भी कहती हैं कि 2017 में योजना का लाभ लेने आवेदन किया मगर वह आज तक सिर्फ एजेंसी के चक्कर लगा रही हैं।
इस मामले को लेकर गौरव गैस एजेंसी के संचालक गौरव चंद्राकर का कहना है कि सरकार ने 2016 में इस योजना की शुरूआत की थी। इसके बाद 2019 में इसे नए नाम से लांच किया गया। उस समय कुछ टारगेट दिया गया था। जिस पर हमने टारगेट पूरा किया। इसी दौरान कुछ लोगों का नाम होल्ड पर चला गया था। अब कुछ तकनीकी कारणों के कारण कनेक्शन देने में देरी हो रही है। हम उन्हें जल्द कनेक्शन देंगे। इस मामले में जिले के खाद्य अधिकारी नितिन त्रिवेदी कहते हैं कि इस तरह की किसी भी प्रकार की शिकायत ही नहीं मिली है।