महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 12 दिसंबर। बेस लाइन आंकलन सर्वे परीक्षा के बाद अब 29 दिसंबर से मिडलाइन परीक्षा की विभागीय स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी है। मिडलाइन सर्वे परीक्षा के बाद पता चलेगा कि जिन बच्चों का ग्रेड कम यानी कक्षा स्तर से कम है उनका स्तर ऑफलाइन पढ़ाई के बाद कितना स्तर उठा है। वहीं शिक्षकों ने बच्चों की पढ़ाई पर कितना फोकस किया है। परीक्षा 5 जनवरी तक चलेगी। पहली से आठवीं कक्षा के बच्चे इस परीक्षा में शामिल होंगे।
इसके अलावा कक्षा 9वीं से 12वीं तक अर्धवार्षिक परीक्षा आयोजित करने के लिए भी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देशित कर दिया गया है। चार महीने ऑफलाइन कक्षाएं लगने के बाद अर्धवार्षिक परीक्षा के आधार पर शिक्षा का स्तर पता चलेगा। इस संबंध में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय का कहना है कि पहली से आठवीं तक के बच्चों की मिडलाइन परीक्षा ली जानी है। इसका टाइम टेबल आ गया है। 29 दिसंबर से परीक्षा शुरू होगी। प्रश्नपत्र एनसीईआरटी से आएगा। उन्होंने कहा कि 9वीं से 12वीं तक अर्धवार्षिक परीक्षा लेने के लिए भी स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देशित कर दिया है। वे अपनी व्यवस्थानुसार परीक्षा लेंगे।
जिले के करीब एक लाख 21 हजार बच्चे पंजीकृत : जिले में एक लाख 21 हजार बच्चे पहली से आठवीं तक की कक्षाओं में अध्ययनरत हैं। ये बच्चे अब 29 तारीख से शुरू होने वाले मिडलाइन परीक्षा में शामिल होंगे। बता दें कि एक लाख 10 हजार बच्चों ने बेस लाइन आंकलन परीक्षा दी है। 11 हजार बच्चों ने परीक्षा नहीं दी है। मिडलाइन परीक्षा में पता चलेगा कि कितने बच्चे अनुपस्थित रहेंगे।
जानकारी अनुसार आठवीं तक के करीब 43 हजार बच्चे अपने कक्षा स्तर से कम हैं, यानी उनका ग्रेड कम है। कोरोना काल में विभिन्न माध्यमों से शिक्षकों ने पढ़ाई कराई थी। स्कूल खुलने के बाद सितंबर में उनके पढ़ाई के स्तर को जानने के लिए बेसलाइन आंकलन परीक्षा आयोजित कराई थी। परीक्षा के बाद जब परिणाम आया तो जिले के 43 हजार बच्चों का स्तर कम पाया गया। अब ये बच्चे नियमित स्कूल पहुंच रहे हैं।