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मरवाही-कांग्रेस एकजुटता बैठक में जमकर विवाद, हाथापाई, गाली-गलौच
10-Jul-2020 1:33 PM
मरवाही-कांग्रेस एकजुटता बैठक में जमकर विवाद, हाथापाई, गाली-गलौच

आज से शुरू की जा रही है गांव-गांव में चाय चौपाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 जुलाई।
मरवाही उप-चुनाव में कार्यकर्ताओं की एकजुटता के लिये बुलाई गई कांग्रेस की बैठक में हुए विवाद के दौरान जमकर अपशब्दों का प्रयोग हुआ और हाथापाई की नौबत आ गई। विवाद यहां गांव गांव में शुरू होने वाले चाय चौपाल कार्यक्रम के पोस्टर में सांसद ज्योत्सना महंत की तस्वीर नहीं होने के कारण उठा था। बैठक में मौजूद लोगों ने किसी तरह विवाद शांत कराया। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित पार्टी के तमाम नेता कह चुके हैं कि इस बार मरवाही उप चुनाव में कांग्रेस की जीत को सुनिश्चित करना है। इसी सिलसिले में वहां पार्टी नेताओं ने बड़ी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। हाल ही में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया। दो दिन पहले ही नगरीय प्रशासनमंत्री डॉ. शिव डहरिया और कवासी लखमा ने यहां दौरा किया। महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सांसद फूलो देवी नेताम भी यहां बैठकें ले रही हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम दौरा कर चुके हैं और इस समय प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव भी लगातार वहां पहुंच रहे हैं। 

पार्टी ने 10 जुलाई यानी आज शुक्रवार से 15 दिन तक कार्यकर्ताओं से सम्पर्क मजबूत करने और ग्रामीणों की समस्या का निराकरण करने के लिये चाय चौपाल योजना शुरू की जा रही है। पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेता इसमें शामिल होने पहुंचेंगे। इसकी तैयारी के लिये कांग्रेस पदाधिकारियों की पेंड्रा में कल 9 जुलाई को बैठक बुलाई गयी थी। 

बताया गया है कि बैठक शुरू होने पर पेन्ड्रा ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास ने इस बात पर आपत्ति की कि कार्यक्रम के लिये लगाये जा रहे पोस्टर-बैनर में क्षेत्रीय सांसद ज्योत्सना महंत की फोटो नहीं है। वैसे इसमें फोटो डॉ. चरण दास महन्त की भी होनी चाहिये। जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि इस बारे में राजस्व मंत्री अग्रवाल से बात हो चुकी है। महंत की फोटो के बगैर ही पोस्टर्स लगाने हैं। श्रीवास ने इस पर कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है वे हमारे क्षेत्र के महत्वपूर्ण सांसद व नेता हैं। अगर उनकी फोटो नहीं होगी तो अपने क्षेत्र में वे पोस्टर नही लगायेंगे। 

इस बात से विवाद इतना बढ़ा कि दो पक्षों में बंटे कांग्रेसियों के बीच हाथापाई हो गई और एक दूसरे के खिलाफ जमकर अपशब्दों का इस्तेमाल करने लगे। वे सामान उठाकर एक दूसरे पर हमला भी करने लगे। 

कुछ तटस्थ पार्टी कार्यकर्ताओं ने दोनों पक्षों को शांत कराया। दोनों ही पक्षों ने पार्टी नेताओं से एक दूसरे की शिकायत करने की बात कही है। 
बताया जाता है कि जिला बनने के बाद ब्लॉक अध्यक्ष श्रीवास, जिला अध्यक्ष बनने के लिये प्रयासरत थे लेकिन पार्टी ने मौका दिया मरवाही ब्लॉक अध्यक्ष गुप्ता को। इसे लेकर कार्यकर्ता यहां दो गुटों में बंटे हुए हैं।
 
मरवाही चुनाव को गंभीरता से ले रहे प्रदेश संगठन के लिये यह घटना नुकसानदेह रही। कांग्रेस यहां से ऐसे माहौल में चुनाव को निकालने की कोशिश कर रही है जहां पिछले चुनाव में जोगी के होने के कारण कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी और पार्टी इस समय सत्ता में है। 


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