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दिव्य कोरोनिल नाम की इस टैबलेट को पतंजलि अनुसंधान संस्थान और जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने मिलकर तैयार किया है
नई दिल्ली, 23 जून। पतंजलि के सह-संस्थापक और योगगुरु बाबा रामदेव ने कोरोना से निपटने के लिए आयुर्वेदिक दवा ‘दिव्य कोरोनिल टैबलेट’ को बाज़ार में उतार दिया है. इस दवा को पतंजलि अनुसंधान संस्थान और जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने मिलकर तैयार किया है. ऐसे समय में जब दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ पाने में नाकाम रहे हैं, तब कोरोनिल दवा को बाज़ार में उतारकर पतंजलि और बाबा रामदेव ने चिकित्सकीय क्षेत्र से जुड़े विश्लेषकों का ध्यान अपनी तरफ़ खींच लिया है. बाबा रामदेव का दावा है कि कोरोनिल के इस्तेमाल से तीन दिन में रिकवर होने वाले मरीज़ों की तादाद 69 प्रतिशत थी, जबकि इस दवा की मदद से सप्ताहभर में शत-प्रतिशत कोरोना मरीज़ों को ठीक कर दिया गया.
मंगलवार को हरिद्वार के पतंजलि योगपीठ में कोरोनिल की लॉन्चिंग के समय बाबा रामदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘लोग भले ही हमारे दावे पर प्रश्न करें. लेकिन हमारे पास हर सवाल का जवाब है. इस दवा को तैयार करने में हमने सभी वैज्ञानिक नियमों का पालन किया है. हर तरह का अप्रूवल लेने के बाद ही कोरोनिल के ट्रायल किए गए. इस ट्रायल में दिल्ली समेत कई शहरों के 280 रोगियों को सम्मिलित किया गया था. कोरोनिल के उपयोग से ये सभी मरीज़ पूरी तरह ठीक हो गए. इस दवाई का डेथ रेट शून्य प्रतिशत है.’
पतंजलि के निदेशक बालकृष्ण के मुताबिक दिव्य कोरोनिल टैबलेट को गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी, श्वसारि रस और अणु तेल के मिश्रण से तैयार किया गया है और इस दवा को दिन में दो बार, सुबह-शाम को लिया जा सकता है. उन्होंने यह भी बताया कि दिव्य कोरोनिल टैबलेट के साथ श्वसारि वटी टैबलेट भी बेची जाएगी. यह दवाई बलगम को बनने से रोकती है और उसे गाढ़ा नहीं होने देती. साथ ही यह फेफड़ो में सूजन को कम करने में भी कारगर मानी जाती है. पतंजलि के अनुसार दिव्य कोरोनिल टैबलेट में मौज़ूद गिलोय कोरोना संक्रमण से बचाता है. अश्वगंधा कोरोना वायरस को शरीर की स्वस्थ्य कोशिकाओं में घुसने से रोकता है. वहीं तुलसी इस वायरस को आरएनए पर अटैक करती है और उसे मल्टीप्लाई होने से रोकती है.
मौज़ूदा स्थिति की बात की जाए तो इस समय भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के संक्रमण के 14,993 नए मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इसी अवधि में देश के अलग-अलग हिस्सों में 312 लोगों की मौत हुई है. इन ताजा आंकड़ों के बाद भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर चार लाख 40 हजार हो गई है. संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 14,011 तक पहुंच गया है. हालांकि राहत इस बात की है कि करीब ढाई लाख लोग इस बीमारी से सफलतापूर्वक उबर भी चुके हैं.
वहीं, दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या एक करोड़ की तरफ बढ़ रही है. अब तक चार लाख 69 हजार से ज्यादा लोग इस महामारी के चलते दम तोड़ चुके हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका है जहां अब तक कोरोना वायरस के करीब 23 लाख मामले सामने आ चुके हैं और एक लाख 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद ब्राजील, रूस और भारत का नंबर है. (satyagrah.scroll.in)