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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जुलाई। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हरेली तिहार की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं थीं, जब दर्शन से लौट रहा एक परिवार तुंगन नाले के तेज बहाव में फंस गया। इस हादसे में तीन साल का मासूम तेजस पानी में बह गया था। बाकी आठ लोग बचा लिए गए थे। लगातार दो दिन की तलाश के बाद बालक का शव झाड़ियों में फंसा हुआ मिला।
यह हादसा सीपत थाना क्षेत्र के झलमला गांव के पास हुआ था। खम्हरिया गांव निवासी मोहनलाल साहू अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ उच्चभट्ठी स्थित शिव शक्ति पीठ मंदिर में दर्शन करने गए थे। लौटते समय जब वे तुंगन नाले को पार कर रहे थे, तभी पानी का तेज बहाव उनकी कार को बहा ले गया।
कार में कुल 9 लोग सवार थे। इनमें 5 बच्चे थे। हादसे के बाद गांव के कुछ लोगों ने तुरंत मदद की और 8 लोगों को किसी तरह सुरक्षित निकाल लिया गया। लेकिन 3 वर्षीय तेजस पानी में बह गया और लापता हो गया।
घटना के बाद से ही पुलिस, प्रशासन और ग्रामीण उसकी तलाश में जुटे थे। आज सुबह उसका शव घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूर झाड़ियों में फंसा मिला। शव काफी हद तक सड़ चुका था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
ग्रामीणों ने नाराजगी जताई कि नाले में हर साल तेज बहाव रहता है, फिर भी वहां कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।