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मानव तस्करी की आशंका पर पुलिस ने परिजनों से नाराज लड़कियों का किया रेस्क्यू
22-Jul-2025 12:14 PM
मानव तस्करी की आशंका पर पुलिस ने परिजनों से नाराज लड़कियों का किया रेस्क्यू

बयानों में प्रताड़ना की बात नहीं आने पर सीडब्ल्यूसी के सुपुर्द किया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बिलासपुर, 22 जुलाई। तोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत लालखदान इलाके में दो नाबालिग लड़कियां अकेली खड़ी पाई गईं। पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली, तत्काल मौके पर पहुंचकर दोनों को सुरक्षा में लिया गया। प्रारंभिक जानकारी में यह सामने आया कि दोनों लड़कियाँ तिफरा स्थित अपने रिश्तेदारों के घर से नाराज़ होकर निकल पड़ी थीं और जशपुर स्थित अपने मूल घर लौटने की कोशिश में थीं।  

चूंकि मामला नाबालिग बच्चियों से जुड़ा था और उन्हें बिना किसी अभिभावक के सार्वजनिक स्थान पर पाया गया, ऐसे में पुलिस ने मानव तस्करी जैसी किसी अनिष्ट की आशंका में सतर्कता बरती।

पुलिस ने दोनों बालिकाओं को तत्काल संरक्षण में लेकर चाइल्ड केयर सेंटर भेजा। उनके परिजनों को भी जशपुर से बुलाया गया। परिजनों के आने के बाद विस्तृत बयान लिए गए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में किसी भी प्रकार की प्रताड़ना, शोषण या जबरन श्रम के साक्ष्य नहीं मिले हैं। पूरी तसल्ली के बाद ही लड़कियों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंपा गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों बालिकाएं जशपुर जिले की निवासी हैं। इनमें से एक, मामा अरुण लकड़ा के पास तिफरा में रह रही थी, जो पुलिस विभाग के रक्षित केंद्र, बिलासपुर में पदस्थ हैं। दूसरी बालिका अपने रिश्तेदार सुधीर कुजुर के यहां थी, जो थाना सीपत में आरक्षक हैं। दोनों का निवास तिफरा पुलिस कॉलोनी में है, जहां लड़कियां एक-दूसरे से परिचित हुईं।

पहली बालिका की माँ फोगो लकड़ा ने पुलिस को बताया कि बेटी को घर पर पढ़ाई नहीं करने के कारण उन्होंने अपने भाई के पास भेजा था, जिससे वह पढ़ाई में रुचि ले सके। उनके अनुसार यहां न तो उसके साथ कोई दुर्व्यवहार हुआ और न ही जबरन कोई काम कराया गया।

दूसरी बालिका के संबंध में जशपुर से आए उसके रिश्तेदार जीवन कुजुर ने बताया कि बच्ची की मां ने दूसरी शादी कर ली है और पिता शराब का आदी है। ऐसे में बच्ची को सुरक्षित माहौल और बेहतर शिक्षा के लिए बिलासपुर स्थित अपने रिश्तेदारों के पास भेजा गया था। उन्होंने भी किसी तरह की प्रताड़ना से इनकार किया।

हालांकि पुलिस ने यह माना कि दोनों लड़कियों की पारिवारिक स्थितियाँ जटिल हैं, और वे अपने वर्तमान ठिकानों पर मानसिक रूप से असंतुष्ट थीं, जिससे परेशान होकर लौटने की कोशिश की।

फिलहाल दोनों बालिकाएं चाइल्ड केयर सेंटर में हैं, जहां उनकी काउंसलिंग जारी है। पुलिस ने कहा है कि अंतिम रिपोर्ट के बाद ही निष्कर्ष पर पहुँचा जा सकेगा, लेकिन किसी भी संभावित खतरे को लेकर पूरी सावधानी बरती गई है।


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