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'छत्तीसगढ़' संवाददाता
कोरबा, 21 जुलाई । छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता ननकीराम कंवर ने एक बार फिर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। कंवर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर विभाग (जीएसटी) में वर्ष 2021 और 2022 में हुई पदोन्नति परीक्षाएं पूरी तरह से भ्रष्टाचार से भरी थीं और इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से कराई जानी चाहिए।
उन्होंने पत्र में बताया कि राज्य कर निरीक्षक के 42 पदों के लिए दो सालों में परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें लगभग 350 कर्मचारियों ने भाग लिया। लेकिन इस परीक्षा में व्यापमं से सहयोग नहीं लिया गया, जबकि कर्मचारियों की मांग थी कि परीक्षा व्यापमं से कराई जाए। विभागीय अधिकारियों ने जानबूझकर खुद परीक्षा आयोजित की और गड़बड़ियां कीं।
कंवर ने आरोप लगाया कि जो कर्मचारी पास हुए, उनके अंक 80 से 100 प्रतिशत तक हैं, जो यह इशारा करते हैं कि उन्हें पहले से ही प्रश्न पत्र मिल चुके थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा में विभागीय आयुक्त समीर बिश्नोई के पीए और अन्य अफसरों से जुड़े लोगों को चयनित किया गया।
उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं पर न तो कोई मोहर लगी थी, न किसी अधिकारी के हस्ताक्षर, जिससे आसानी से उत्तर बदले जा सकते थे। कई कर्मचारियों को पहले से ही अंदेशा था कि परीक्षा फर्जी तरीके से आयोजित की जा रही है।
कंवर ने कहा कि समीर बिश्नोई, जो उस वक्त आयुक्त थे, इस वक्त मनी लॉन्ड्रिंग और आय से अधिक संपत्ति के आरोप में जेल में हैं। इससे यह तय है कि परीक्षा भी भ्रष्ट तरीके से कराई गई थी।
उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए और यदि गड़बड़ी साबित हो, तो भर्ती को रद्द कर दोबारा परीक्षा कराई जाए।