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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 जुलाई। बिलासपुर के सरकंडा इलाके में रविवार को एक शिक्षिका के घर आयोजित प्रार्थना सभा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। गीतांजलि सिटी फेस-2 में रहने वाली स्वामी आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका अरुंधति साहू के घर में 20 से 25 लोगों की मौजूदगी में यह सभा चल रही थी। इसी बीच स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों को जानकारी हुई कि सभा की आड़ में धर्मांतरण की कोशिश की जा रही है।
सूचना मिलते ही हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और विरोध जताया। वहां मौजूद लोगों के साथ उनका बहस और कहासुनी भी हुई। मामला बढ़ता देख पुलिस को बुलाया गया। सरकंडा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाइश देकर थाने लाई।
आरोप है कि रविवार को उन्होंने लगभग 20-22 लोगों को बुलाकर धर्मांतरण कराया, और इसमें स्कूल के बच्चों को भी शामिल किया गया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि शिक्षिका गर्मी की छुट्टियों में लगभग 15 बच्चों को अपने घर में रखती थीं और उन्हें किसी से बात करने की इजाजत नहीं थी। पड़ोसियों का कहना है कि अक्सर उनके घर से अजीब तरह की आवाजें भी सुनाई देती थीं।
सरकंडा पुलिस ने बताया कि मामले में धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 299 के तहत अरुंधति साहू और उनके बेटे साकेत के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है।