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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 17 जुलाई। मस्तूरी की सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी उपकेन्द्र रिस्दा में कार्यरत खरीदी प्रभारी और कंप्यूटर ऑपरेटर ने मिलकर 54 लाख 67 हजार रुपए से ज्यादा की रकम का गबन कर लिया। मामले में मस्तूरी पुलिस ने दोनों कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, प्रार्थी सुशील पनौरे ने मस्तूरी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान खरीदी उपकेन्द्र रिस्दा में प्रभारी कृष्ण कुमार करियारे और कंप्यूटर ऑपरेटर सुखसागर जांगड़े द्वारा गंभीर अनियमितताएं की गईं। ऑनलाईन रिकॉर्ड के अनुसार, कुल 40,879.20 क्विंटल धान खरीदी गई थी, जबकि मिल और संग्रहण केन्द्र में केवल 39,115.43 क्विंटल धान की आपूर्ति पाई गई।
इस तरह रिकॉर्ड के अनुसार 1763.77 क्विंटल धान की कमी पाई गई। जांच टीम द्वारा भौतिक सत्यापन में केवल 248 क्विंटल धान ही मौके पर मिला, जिसमें से भी 188 क्विंटल स्टेक में और 60 क्विंटल खुले में पाया गया। आश्चर्य की बात यह है कि बाद में यह धान भी प्रभारी द्वारा बेच दिया गया और उसकी कीमत 7 लाख 68 हजार 800 रुपए भी हड़प ली गई।
इतना ही नहीं, उक्त राशि को गबन करने के बाद जिला सहकारी बैंक की सील और हस्ताक्षर का दुरुपयोग भी किया गया। जांच में साफ हुआ कि कुल मिलाकर 1763.77 क्विंटल धान गायब है, जिससे समिति को लगभग 54 लाख 67 हजार 687 रुपए की आर्थिक हानि हुई है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धान खरीदी प्रभारी और कंप्यूटर ऑपरेटर पर धोखाधड़ी और गबन का केस दर्ज कर लिया है।