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'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 11 जनवरी। निलंबित एडीजी जीपी सिंह को ईओडब्लू-एसीबी की टीम ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। विशेष टीम ने जीपी सिंह को गुड़गांव से गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक विशेष टीम पिछले कई दिल्ली, और इलाकों में जीपी सिंह की तलाशी में जुटी हुई थी। उसे गुड़गांव के एक फ्लैट से गिरफ्तार किया गया है। जीपी सिंह के खिलाफ राजद्रोह, और आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है।
डीएसपी सपन चौधरी और इंस्पेक्टर नितिन उपाध्याय की टीम ने सिंह को गिरफ्तार किया।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार अब एसी की टीम उन्हें बुधवार को रायपुर लेकर आएगी। सूत्रों से मिली जनकरी के अनुसार बुधवार को ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जा सकता है। कुछ दिन पहले जीपी सिंह से जुड़े एक खबर भी सामने आई थी जिसमे बताया जा रहा था की तलाश में दिल्ली गई छत्तीसगढ़ पुलिस की एक टीम के 4 अफसर कोरोना की वजह से संक्रमित हो गए थे। अपने पर लगे सभी इल्जाम और मिले सबूतों से बचने के लिए जीपी सिंह अलग-अलग मामलों में पुलिसिया कार्रवाई से बचने कोर्ट में गिरफ्तारी या पुलिसिया एक्शन रोकने की मांग करने के आवेदन दे चुके थे। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें राहत देने से इंकार कर दिया था।
आईपीएस राहुल शर्मा के आत्महत्या में जीपी सिंह पर उठी उंगलिया
प्रदेश में अपने काम को लेकर चर्चा में रहने वाले आईपीएस राहुल शर्मा ने जब खुद को बिलासपुर में गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी तब एक नाम जोरों से सब के बीच आया था| वो नाम था जीपी सिंह|
चीफ रहने के दौरान ब्लैकमेल कर करोड़ों वसूले करने का भी आरोप जीपी सिंह पर
ये बात तब की है जब जीपी सिंह छत्तीसगढ़ पुलिस में पुलिस एकेडमी का जिम्मा संभाल रहे थे। पहले वो एसीबी के चीफ रह चुके हैं। एसीबी के अफसरों ने बताया था कि जीपी सिंह के खिलाफ अवैध वसूली, ब्लैकमेलिंग के जरिए करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई गई है, इसकी लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इसके बाद एसीबीने जांच शुरू की। कई महीनों तक खूफिया जांच के बाद टीम ने छापा मारा कीऔर अफसर पर केस दर्ज किया गया।
जीपी सिंह के 10 से ज्यादा ठिकानों पर मारा गया था छापा
एसीबी की 10 अलग-अलग टीमें जीपी सिंह 10 से अधिक ठिकानों पर कार्यवाही की थी। प्रदेश में संभवत: यह पहली बार था जब किसी आईपीएस अफसर के खिलाफ एसीबी की ओर से कार्यवाही की जा रही थी। एडीजी जीपी सिंह साल 2019 में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के मुखिया थे। उन्हें सरका।र ने एक साल पहले वहां से हटाकर पुलिस अकेडमी भेज दिया था। इससे पहले जीपी सिंह रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग के आईजी भी रह चुके हैं।
ये अपराध है दर्ज...
एसीबी ने एक अधिकृत बयान में बताया कि आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो रायपुर ने 22/2021 धारा 13(b),13(2)भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम एवं धारा 201,467,471 भा. द.वि. के तहत मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद सरकार ने उन्हें निलंबित किया था । इस प्रकरण की विवेचना में उपस्थित होने कई नोटिस जारी किए गए थे और उसके बाद भी वह विवेचना में सहयोग नहीं कर रहे थे ना और ना ही एसीबी कार्यालय में उपस्थित हो रहे थे। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी उन्हें कोई राहत नहीं प्रदान कि गयी थी। मंगलवार देर शाम को eow की टीम के द्वारा गुरजिंदर पाल सिंह को पूछताछ हेतु गुड़गाँव से हिरासत में लिया गया है।उनको रायपुर लाया जा रहा है। टीम के रायपुर पहुँचने के पश्चात न्यालय में पेश कर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।


