कोरिया

जज के बंगले में कर्मी की संदिग्ध मौत
13-Jun-2021 9:25 PM
जज के बंगले में कर्मी की संदिग्ध मौत

   परिजनों की मांग पर दुबारा पोस्टमार्टम, दफनाया    

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
बैकुंठपुर, 13 जून।
डीजे बंगला में हुई न्यायालय के कर्मचारी का मौत का मामला दूसरे दिन भी काफी पेचिदा तब हो गया, जब परिजनों ने शव के दुबारा पोस्टमार्टम की मांग रखी और शव को सुपुर्दे खाक करने से मना कर दिया, सुबह समानता क्रांति संगठन के अमिताभ गुप्ता के साथ मृतक के परिजन और मुस्लिम समाज के लोग संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव से मिले। श्रीमती सिंहदेव ने उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि हमारे राज्य के मुखिया भूपेश बघेल किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, हमारी सरकार हर काम न्यायसंगत करती है। कानून सबसे उपर है। उन्हें न्याय मिलेगा। जिसके बाद परिजन की मांग पर दुबारा पोस्टमार्टम हुआ और तब जाकर शव को सुपुर्दे खाक किया गया।

इस संबंध में सिटी कोतवाली प्रभारी कमलाकांत शुक्ला का कहना है कि कल पोस्टमार्टम हुआ था, परन्तु परिजनों ने आपत्ति जताई, कलेक्टर महोदय के निर्देश पर नायब तहसीलदार की उपस्थिति में दुबारा पोस्टमार्टम हुआ है। वीडियोग्राफी भी कराई गई है, अब रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।

 12 जून को डीजे बंगला में न्यायालय में पदस्थ भृत्य महमूद आलम की संदिग्ध परिस्थितियों मेे मौत के बाद प्रशासन में एकदम शांति छाई रही, मामला न्यायालय के शींर्ष न्यायाधीश के बंगले से जुड़ा होने के कारण कोई भी कुछ भी कहने को तैयार नहीं था।

 इधर, मृतक का भाई को जब से मामले की जानकारी ड्रायवर ओमप्रकाश मिंज ने दी, और जब उसने डीजे बंगले जाकर अपने भाई को मृत देखा, तब से उसका रो रोकर बुरा हाल था, बाद में जब उसके भाई का शव जिला अस्पताल पहुंच गया तो उसने लिखित शिकायत हाई कोर्ट बिलासपुर के चीफ जस्टिस को करते हुए एसपी से न्याय की गुहार लगाई। जिसके बाद मामले ने नया मोड़ ले लिया। वहीं पोस्टमार्टम के समय मृतक के परिजनों से पोस्टमार्टम कर रहे एक चिकित्सक से न कराने की गुहार लगाई, तब प्रशासन ने उक्त चिकित्सक से साथ एक चिकित्सक मिलाकर दो की टीम बनाकर पोस्टमार्टम कराया, देर शाम होने के कारण शव को जिला अस्पताल में रहने दिया गया। 

सुबह मृतक के भाई के साथ समाज के लोग और समानता क्रांति संगठन के अमिताभ गुप्ता ने संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव से न्याय की गुहार लगाने पहुंच गए। उन्होंने संसदीय सचिव के नाम शिकायत पत्र देते हुए सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया,  हाई कोर्ट बिलासपुर,  मुख्यमंत्री, विधि विधायी मंत्री, अल्पसंख्यक आयोग, मानवाधिकार आयोग, डीजीपी, कलेक्टर, एसपी, सीएमएचओ और बार कॉसिल कोरिया को शिकायत पत्र भेजा। मृतक के भाई ने शिकायत में बताया कि उनके साथ न्याय की आस टूटते जा रही है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि जिस एक चिकित्सक का उन्होंने पोस्टमार्टम करने का विरोध किया था उसी ने पोस्टमार्टम किया और उसे उन्होंने रात में डीजे बंगले से बाहर आते देखा है, जिससे तय है कि मामले में निष्पक्ष रिपोर्ट उन्हें नहीं मिल सकेगी। जिसके बाद संसदीय सचिव ने कलेक्टर से चर्चा कर मामले में दुबारा पोस्टमार्टम की बात कही।

बनाई गई तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम
कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने सीएमएचओ कोरिया से पत्राचार किया, जिसके बाद नायब तहसीलदार मनमोहन सिंह को दुबारा पोस्टमार्टम कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई, दोपहर 3 बजे नायब तहसीलदार मनमोहन सिंह के साथ सिटी कोतवाली प्रभारी कमलाकांत शुक्ला के साथ पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंचा। इधर, सीएमएचओ ने तीन सदस्यीय टीम का गठन कर दिया जिसमे डॉ. डीके चिकनजूरी, डॉ राजेन्द्र बंसरिया और डॉ अजय कुमार शामिल रहे, उनकी टीम ने शव का दुबारा पोस्टमार्टम किया, इससे पूर्व नायब तहसीलदार ने पंचनामा बनाया। जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, देर शाम शव को जूनापारा स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया। शव के सुपुर्दे खाक के दौरान संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव भी उपस्थित रहीं।


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