कोरिया

तीन साल से नहीं मिली मजदूरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 30 मई। बैकुंठपुर जनपद क्षेत्र अंतर्गत मदनपुर में पुराने तालाब पर थोड़ा काम कर तालाब बनाने का मामला सामने आया है। वहीं मजदूरों का आरोप है कि तीन साल बाद भी मजूदरी नहीं दी गई।
मजदूरी भुगतान को लेकर जब पीडि़त ग्रामीण ने ‘छत्तीसगढ़’ के सामने 30 मई को मछली विभाग के सर्वेयर एसके द्विवेदी से बकाया मजदूरी भुगतान को लेकर मोबाइल से बात की तो उन्होंने बताया कि मंै तो 7-8 महीने पहले ही रिटायर हो गया हूं। जब ग्रामीण मजदूरी भुगतान कब करेंगे पूछे तो उन्होंने कहा कि जब आऊंगा तक भुगतान करने को लेकर देखते हैं।
जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत ग्राम मदनपुर में 31 मई 2018 को नवीन तालाब निर्माण के लिए गांव के 11 हितग्राहियों के नाम कार्य स्वीकृत किया गया। ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार निर्माण कार्य के अंतिम 10 दिनों के लिए मजदूरों से कार्य कराया गया था।
जनपद पंचायत बैकुंठपुर अंतर्गत ग्राम मदनपुर में जब जिला खनिज संस्थान न्यास योजना के तहत वर्ष 2018-19 में स्वीेकृत नवीन तालाब निर्माण कार्य का जायजा लिया गया।
ग्रामीणों से मिली शिकायत के अनुसार यहां स्वीकृत कई तालाब बनाये गये हैं जिनमें रामसिंह, श्रीमती फूलबसिया, परदेशी, श्याम बिहारी आदि का तालाब निर्माण किया गया है लेकिन कुछ लोगों के तालाब निर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायत है।
ग्रामीणों के शिकायत के अनुसार ग्राम मदनपुर में कई लोगों का तालाब निर्माण कार्य में ऐसे जगह का चयन कर तालाब बनाया गया है जहां पहले से ही गढ्ढा बना हुआ था और थोड़ा कार्य कराकर कार्य पूरा कर लिया गया।
ग्राम मदनपुर के रामसिंह, फुलबसिया, परदेशी, श्यामबिहारी, अवतार, पन्नालाल, दूवन, विशंभर, धनीराम, नवल सिंह, अभासो का तालाब निर्माण कार्य हुआ। जिसमें कई तालाब निर्माण के पूर्व ही पहले से गढ्ढे थे सिर्फ कुछ ही कार्य कराकर नया तालाब बना दिया गया और स्वीकृत पूरी राशि निकाल ली गई।
मजदूरों को भुगतान अब तक नहीं
ग्रामीणों की शिकायत है कि वर्ष 2018 में किए गए कार्य का 2021 का मई महीना समाप्त हो गया अब तक भुगतान नही किया गया है। इस तरह तीन साल से मजदूरी ग्रामीणों की रूकी हुई है।
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार मजदूरी भुगतान के लिए हम लोगों द्वारा बोला जाता रहा है लेकिन आज कल करते तीन वर्ष गुजार दिए। जानकारी के अनुसार यहां 50 से अधिक मजदूरों का मजदूरों भुगतान तालाब निर्माण कार्य का शेष बचा हुआ है।
हितग्राहियों की माने तो जिला प्रशासन ने जो काम दिया, उसका हम लोगों को फायदा मिलता, परन्तु मत्स्य विभाग के सर्वेयर ने जेसीबी लगाकर काम करवाया और हमे मजदूर भी लगाने को कहा, बीते 3 वर्ष से तालाब में काम किए मजदूर उनसे मजदूरी मांग रहे है, हम सब कई बार मजदूरी की मांग करने बैकुंठपुर अधिकारियों के कार्यालय से लेकर उनके घर तक जा चुके है, हर दिन कोई ना कोई बहाना बनाकर हमे चलता कर देते है।
जिले भर में बनाए थे 101 तालाब
वर्ष 2018-19 में तत्कालिन जिला प्रशासन ने मत्स्य विभाग को एजेन्सी बनाकर 101 नवीन तालाब निर्माण के कार्य को स्वीकृत किया। खडग़वां सबसे ज्यादा 38, सोनहत में 27, मनेन्द्रगढ़ में 25 और सबसे कम बैकुंठपुर मे 11 तालाब के निर्माण की स्वीकृति डीएमएफ के तहत दी गई। जिनमें 4 से 5 तालाब में मनरेगा अभिसरण के तहत स्वीकृति दी गई, बाकी में निर्माण एजेन्सी ने काम किया।