कोरिया

साफ-सफाई के साथ खान-पान पर रखें विशेष ध्यान-डॉ. पल्लवी
05-Sep-2022 3:56 PM
साफ-सफाई के साथ खान-पान पर रखें विशेष ध्यान-डॉ. पल्लवी

जिला अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक से खास बातचीत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुण्ठपुर(कोरिया), 5 सितंबर। 
बरसात के दिनों में मौसमी बीमारियां लोगों को प्रभावित करती है, इसके प्रभाव में सावधानी रखने पर हर कोई प्रभावित होता है, लेकिन ज्यादा संख्या में बच्चे प्रभावित होते हैं, इसके लिए जरूरी सावधानियां बरते जाने की जरूरत है।

उक्त जानकारी जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में पदस्थ एमडी शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पल्लवी पैकरा ने प्रेस काउंसिल ऑफ कोरिया की पहल पर रविवार को स्थानीय पीडब्लूडी रेस्ट हाउस में खास बातचीत के दौरान कही। डॉ. पैकरा ने बताया कि बरसात के दिनों में बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित होते हैं। सर्दी, जुकाम बुखार के मामले इस दौरान सबसे ज्यादा बच्चों में देखने को मिलता है, इसके लिए आवश्यक सावधानी बरते जाने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि जिनके अभिभावक जागरूक रहते हैं, उनके बच्चे अधिक प्रभावित नहीं रहते। डॉ. पैकरा ने बताया कि इस दौरान सबसे ज्यादा साफ-सफाई एवं खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत रहती है। इस दिशा में लापरवाही बरते जाने पर संक्रमण बच्चों को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने बताया कि सर्दी-जुकाम से एक घर में कोई है तो परिवार के अन्य लोगों को संक्रमित कर सकता है। इसमें बच्चे जल्द संक्रमण में आ जाते हैं। ऐसा बच्चा यदि स्कूल जाता है तो अन्य साथियों को भी संक्रमित कर सकता है, इसके लिए बच्चों को जागरूक करना चाहिए कि खांसते या छिंकते समय मुंह में रूमाल रखना चाहिए या हो सके तो मास्क पहना चाहिए। उन्होंने कहा कि घर की सफाई के साथ भोजन पानी को लेकर भी विशेष रूप से सतर्कता बरतनी चाहिए, साथ ही हो सके तो घर के बाहर का नहीं खाना चाहिए। डॉ. पैकरा ने बताया कि जुलाई से सितंबर माह तक बच्चों में संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा रहता है, इससे बचने लिए गर्मी के मौसम में टीके लगवा लेने चाहिए।

बच्चों को दे पौष्टिक आहार
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पल्लवी पैकरा ने बताया कि बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए बरती जाने वाली विशेष सावधानियों के अलावा पौष्टिक आहार देना चाहिए, साथ ही समय-समय पर बच्चों का वजन भी कराते रहना चाहिए।  उन्होंने कहा कि अधिकांश मामले में पौष्टिक आहार नहीं मिलने के कारण  बच्चे बीमार पड़ते हैं और जल्द संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं। उन्होंने बताया कि कुपोषित बच्चों के लिए अस्पतालों में एनआरसी केन्द्र खोले गए हैं।  समय पर सभी टीके लगवाएं
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पल्लवी पैकरा ने बताया कि बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए जन्म के पूर्व व पश्चात समय पर निर्धारित टीके लगवाए जाने चाहिए ,जो बच्चे को सुरक्षा प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे के बीमार या संक्रमित होने पर तत्काल चिकित्सक से जांच कराकर दवाईयां जरूर लें।
 


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