कोरिया

पारा 40 पर, सडक़ों पर सन्नाटा
12-Apr-2022 6:44 PM
पारा 40 पर, सडक़ों पर सन्नाटा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बैकुंठपुर, कोरिया, 12 अप्रैल। इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और गर्मी से लोग बेहाल होने लगे है बिना कुलर पंखों के घर में आराम नहीं मिल पा रहा है। कोरिया जिला मुख्यालय में अभी से पारा 40 डिग्री पहुंच गया है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में इस वर्ष कितनी गर्मी पड़ेगी। दिनों दिन बढ़ रही गर्मी के कारण अभी से ही दोपहर के समय सन्नाटा पसरने लगा है। दोपहर के समय शहर की सडक़ों पर आवाजाही बिल्कुल कम हो जाती है।

इस वर्ष मार्च के महीने में बरसात नहीं होने के कारण अप्रैल के पहले पखवाड़े में ही पारा  40 तक पहुॅच गयी। इस वर्ष नवतपा में धरती के सबसे ज्यादा तपने की संभावना है। गर्मी के कारण लोगों का जहॉ हाल बेहाल हो रहा है वही गर्मी से बचाव के लिए कई लोग टोपी, गमछा चश्मे पहनकर  ही आवश्यक होने पर दोपहर के समय घर के बाहर निकल रहे है। दोपहर में गर्म हवाए भी चलने लगा है। जिससे कि दोपहर की गर्मी सभी को बेहाल कर रहा है। नदी नाले सूख गये है और कई क्षेत्रों में इस भीषण गर्मी में पेयजल संकट का सामना भी करना पड रहा है। शहरी क्ष़ेत्र में तो व्यवस्था बनाई गयी है लेकिन सबसे ज्यादा परेशान ग्रामीण क्षेत्रों की है लोगों केा पेयजल के लिए बडी परेशानियों का समाना करना पड रहा  है।

गर्मी के प्रभाव से बीमार हो रहे लोग

इस वर्ष अप्रैल के शुरूआती दौर मे ही तेज गर्मी ने सभी को हलाकान कर दिया गया है गर्मी के चलते कई लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है जिससे कि उपचार कराने के लिए अस्पतालों में ऐसे लोगों की भीड बढ गयी है। गमी में बच्चों व बुजुर्गो  तथा गर्भवती महिलाओं को धूप से बचने की सलाह दी जाती है यदि धूप से बचाव नही किये तो लू लगने की संभावना इनमें सबसे ज्यादा रहती है।  गर्मी के कारण लूज मोशन के साथ स्वास्थ्यगत अन्य तरह की परेशानियों का सामना करना पड रहा है। वही गर्मी से राहत दिलाने वाला नीबू भी महंगे दर पर बिक रहे है शहर में एक नींबू 10 रूपये में बिक रहा है।

विद्यालय छुटते ही गर्मी से झुलस रहे बच्चे

तेज गर्मी के बीच इन दिनों बच्चों को स्कूल जाने की मजबूरी है। हालांकि ज्यादातर स्कूल सुबह की पाली में लगाये जा रहे है लेकिन बच्चों को 11.30 बजे अवकाश होने के कारण इस सतय तक झुलसाने वाली गर्मी के बीच बच्चे अपने घर लौटते है।  बच्चे स्कूल से अवकाश होने के बाद खेलते कूदते अपने घर लोटते है जिससे कि बच्चों केा बीमार होने की संभावना बढ गयी है जिसे लेकर अभिभावक भी परेशान है। ग्रामीण क्षेत्र के कई बच्चो के पॉच में तो चप्पल भी नही होती  और वे तपती धरती में नंगे पाव ही खेलते हुए स्कूल से अवकाश के बाद घर पहुॅच रहे है। हालांकि स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा  15 अपै्रल के बाद  कक्षा पहली से आठवी तक के बच्चों को स्कूल आने  के लिए स्वैच्छिक कर दिया गया है यदि बच्चे के अभिभावक चाहे तो अपने बच्चों केा स्कूल भेज सकते है लेकिन इसी बीच प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में एंड लाईन आंकलन भी होना है जिसके संबंध में स्पष्ट निर्देश नही है। हालांकि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुसार किसी भी बच्चो को उस कक्षा में रोकना नही है  विद्यार्थियों का विभिन्न कौशलों का आंकलन कर अपनी कक्षा में प्रमोट करना ही है। फिर भी विद्यालयों में एंडलाईन आकलन  ली जोयगी।

जगह जगह शीतल पेय पदार्थ बिकने लगे 

गर्मी को देखते हुए शहर के कई स्थानों पर शीतल पेयजल की दुकाने सज गयी है। वही नगर पालिका द्वारा कई जगहों पर सार्वजनिक प्याउ का संचालन भी शुरू कर दिया गया है। शहर में जगह जगह गन्ना रस की दुकाने संचालित की जा रही हे। इसके अलाव आईसक्रीम की दुकानों में इन दिनों सबसे ज्यादा विक्रय हो रही हैं।  इन दिनों आईसक्रीम, कुल्फी बर्फ, बर्फ के गोले आदि के लिए बच्चे भरी दोपहरी में भी घर से बाहर निकलते है। इस तरह गर्मी से राहत देने के लिए जगह जगह खुले शीतल पेय पदार्थ थोडी देर के लिए शीतल तो प्रदान करती हे लेकिन इससे शरी को नुकसान भी है इस बात की चीता से दूर जमकर ठण्उे पेय पदार्थो का सेवन लोगों को राहत के लिए किया जा रहा है। इस सीजन में शीतल पेय पदार्थ का बाजार जमकर चलता है।


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