कोरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 5 मार्च। कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में पदस्थ दो महिला चिकित्सकों को मनेन्द्रगढ़़ में पदस्थ एक संविदा स्त्री रोग विशेषज्ञ को हटाए जाने के बाद सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने आदेश जारी कर दो- दो सप्ताह के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़़ में सेवाएं देने के लिए आदेशित कर दिया, जबकि जिन्हें भेजा गया उनके न रहने से जिला अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। दो-दो महिला चिकित्सकों को भेजे जाने के आदेश पर विरोध हुआ तो अब उनका कहना है कि आदेश वापस ले लिया जाएगा। जबकि पहले से ही जिला चिकित्सालय में महिला चिकित्सकों की कमी है।
सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर में पदस्थ महिला चिकित्सक (पीजीएमओ) डॉ. स्वाति सुप्रिया बंसरिया को माह के प्रत्येक प्रथम एवं तृतीय सप्ताह तथा एक मात्र वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कलावती पटेल को माह के द्वितीय एवं चतुर्थ सप्ताह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ में सेवाएं देने का आदेश जारी कर दिया।
दरअसल, जिला अस्पताल बैकुंठपुर में पदस्थ दो महिला चिकित्सक पीजी करने जा चुकी हंै, 4 मेडिकल ऑफिसर और एक महिला नेत्र रोग विशेषज्ञ पदस्थ हंै, परन्तु एक मात्र स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कलावती पटेल है, और सोनोग्राफी के लिए (पीजीएमओ) डॉ. स्वाति सुप्रिया बंसरिया है, वहीं जिला अस्पताल होने के कारण बचरापोड़ी, पटना, मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, चरचा, सोनहत सहित कई जटिल मामले भरतपुर से यहां रेफर होकर आते है। ऐसे में दो प्रमुख महिला चिकित्सकों को भेजे जाने का विरोध शुरू हो गया। लोगों का कहना है कि वैसे ही यहां पहले से चिकित्सकों की कमी है और यहां से दूसरे अस्पतालों में चिकित्सकों को भेजा जा रहा है।
गत दिवस मनेंद्रगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ संविदा चिकित्सक द्वारा एक महिला से प्रसव के नाम पर पैसों की मांगे जाने के मामले में सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा ने तत्काल संविदा चिकित्सक की सेवा समाप्त कर दी, परन्तु किसी की नियुक्ति नहीं की, उसके बाद निजी नर्सिंग होम की दो महिला चिकित्सकों को 5 हजार रू प्रति ऑपरेशन के एवज में देने को लेकर उन्हें सेवाएं देने के लिए आमंत्रित किया गया, बाद में जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर की दो प्रमुख स्त्री रोग विशेषज्ञों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में महीने में दो-दो सप्ताह सेवाएं देने का आदेश जारी कर दिया गया।
जिला अस्पताल बैकुंठपुर की शुरूआत वर्ष 2006 में हुई। यहां तमाम सुविधाएं देने के दावे तो किये जाते हंै लेकिन यहां आज भी कई विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। भाजपा के कार्यकाल के दौरान मंत्री यहां डिलीवरी की मांग पर रात को 3-3 बजे बैठा करते और स्वास्थ्य कर्मियों से लेकर चिकित्सकों को जमकर फटकार लगाई जाती, सरकार बदली, जिला अस्पताल की व्यवस्था को दुरूस्त करने विधायक अंबिका सिंहदेव ने चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया, वर्तमान में पूर्व की अपेक्षा मेें काफी हद तक व्यवस्था में सुधार देखा जा रहा है।