कोरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 1 मार्च। महाशिवरात्रि पर जिले भर के शिवालयों में भक्तों का सुबह से तांता लगा रहा। भक्त सुबह से ही अपने अपने क्षेत्र के शिवालयों में पूजा-अर्चना के लिए मंदिरों में पहुंचते रहे और विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गयी तथ भोलेनाथ का जलाभिषेक भी किया गया।
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के प्राचीन शिव मंदिर प्रेमाबाग में भी सुबह से श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते रहे। दोपहर तक यहां श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती रही। यहां पर कुछ दिनों पूर्व से प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी इस अवसर पर सूर्य महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। महाशिवरा़ित्र के अवसर पर यहां पर उल्लास भक्तिभाव के साथ श्रद्धालुओं द्वारा पूजा अर्चना की गयी। इसके अलावा एसईसीएल स्थित नागेश्वर मंदिर, झुमका बांध स्थित शिव मंदिर, पुलिस लाईन के शिवमंदिर, राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे जमगहना स्थित शिव मंदिर सोनहत मार्ग के जंगल के बीच प्राचीन शिव मंदिर सहित जिले भर के विभिन्न स्थलों पर स्थित शिव मंदिरों में उत्साह के साथ आवश्यक पूजन सामग्री के साथ भक्तजनों के द्वारा पूजा-अर्चना विधि विधान के साथ किया गया।
इस अवसर पर सभी शिवालयों में हर-हर महादेव की गूंज सुनाई देती रही। इस अवसर पर जिले के कई प्राचीन शिव मंदिरों में मेले का भी आयोजन किया गया, जहां भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और पूजा-अर्चना की गयी। इस बार कोरोना की बंदिशें नहीं होने के कारण सभी क्षेत्रों में उत्साह के साथ श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचकर पूजा अर्चना किये, जबकि गत वर्ष कोरोना बंदिश के कारण मंदिर में किसी के प्रवेश करने पर मनाही के कारण उतना उत्साह नहीं रहा था।
जगह जगह भण्डारा
महाशिवरात्रि पर जहां जिले भर के शिवालयों में भक्तों द्वारा पूजा पाठ के लिए मंदिरों में सुबह से लेकर दोपहर तक जुटते रहे, वहीं कई शिवालयों में इस अवसर पर भण्डारा का भी आयोजन किया गया, जहां भक्तगण पूजा अर्चना करने के बाद भण्डारा का प्रसाद ग्रहण किये। अपरान्ह बाद तक कई मंदिरों में भण्डारा कार्यक्रम चलता रहा, जहां बच्चे महिलाएं व पुरूषों के द्वारा भण्डारा का प्रसाद ग्रहण किया जाता रहा।
कहीं अखण्ड तो कहीं विशेष पूजन
महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव भक्ति को लेकर लोगों में भारी उत्साह रहा। कई मंदिरों में महाशिवरात्रि के पूर्व से अखण्ड भजन कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जो महाशिवरात्रि को समाप्त हुआ और इस दिन पूजा अर्चना के बाद भण्डारा आयोजित की गयी, वहीं कई शिवालयों में विशेष पूजन रूद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित की गयी थी जिस कार्यक्रम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।