कोरिया

आरटीपीसीआर रिपोर्ट महिनों से लटकी, बिना वैक्सीन लगाए आ रहे सर्टिफिकेट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 30 जनवरी। कोरिया जिले में शुरू हुए वायरोलॉजी लैब पर अब ताला लटका हुआ है, यहां आरटीपीसीआर मशीन ने काम करना बंद कर दिया है, बीते कुछ माह से ज्यादा लोगों की टेस्ट रिपोर्ट अब तक अटकी हुई है, वहीं यहां पदस्थ स्टाफ को अंबिकापुर में तैनात कर दिया गया, वहीं वैक्सिन महाअभियान में लापरवाही बरती जा रही है। अभियान का सफल बनाने जिन्होंने वैक्सिन नहीं लगाई है उनके मोबाइल पर सर्टिफिकेट आ रहा है कि आप दूसरा डोज लगा चुके हो।
इस संबंध में वायरोलॉजी लैब के इंचार्ज डॉ पवन गुप्ता का कहना है कि मशीन में थोड़ी तकनीकी खामियां आई है, सोमवार मंगलवार तक मशीन ठीक हो जाएगी, उन्होंने माना कि यहां के 4 स्टॉफ को अंबिकापुर में शिफ्ट किया गया है।
कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर में कोरोना की दूसरी लहर में काफी कुछ चिकित्सा के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल हुई, जिला अस्पताल और कोविड अस्पताल में दोनों स्थान पर ऑक्सिजन प्लांट लगा, जो डीआरडीओ ने लगाया, वहीं जिले का पहला वायरोलॉजी लैब की स्थापना की गई, जिससे आरटीपीसीआर जांच के लिए अंबिकापुर और रायपुर की दौड़ खत्म हुई, दूसरी लहर के खत्म होने के बाद लैब बंद हो गया, परन्तु जैसे ही तीसरी लहर आई, लैब शुरू तो हुआ, परन्तु आरटीपीसीआर टेस्ट के परिणाम दो दो महिनों लोगों के पास नहीं पहुंचें, जांच के लिए लोगों ने वायरोलॉजी लैब के दर्जनों चक्कर लगाए, कई लोगों को आज तक उनकी रिपोर्ट हाथ नहीं लग सकी है। वहीं अब लैब पूरी तरह से बंद हो गया, बताया जा रहा है कि यहां लगी मशीन में तकनिकी खामियां आ गई है इस कारण लैब को पूरी तरह से बंद कर दिया गया हैै। ऐसे में एक बार फिर आरटीपीसीआर रिपोर्ट के लिए सेंपल अंबिकापुर भेजा जा रहा है।
वायरोलॉजी लैब में आई तकनिकी खामियों के कारण यहां पदस्थ जूनियर सांईटिस्ट और 3 लैब टैक्निशियन को शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय अंबिकापुर में कोविड 19 के सेंपल जांच के लिए भेजा गया है। इनकी पदस्थापना वायरोलॉजी लैब में थी, चारों को 29 जनवरी को आदेश जारी कर वहां जाकर काम करने के निर्देश दिए गए है। अब कोरिया जिले के आरटीपीसीआर जांच अंबिकापुर में ही जांच कर भेजे जा रहे है।
कोरिया जिले में कोरोना वैक्सिन के लिए महा अभियान चलाया जा रहा है। वहीं महा अभियान पर बिना वैक्सिन लगाए आंकड़े बढाए जाने की बात सामने आ रही है। वही कल्पना नगर में व्यवसाय करने वाले सत्यप्रकाश राजवाडे के मोबाइल में उनको दूसरे डोज की वैक्सिन लग जाने का मैसेज आया, तो वो हैरान रह गए, उन्होनें बताया कि अभी तक उनको दूसरा डोज नहीं लगा है, बिना लगे मैसेज आने पर यदि वो लगवाने जाएगें तो उन्हें नही लगाया जाएगा। इस तरह अन्य लोगों के मोबाइल पर भी मैसेज आ रहे है कि आपने डोज लगवा लिया है, ऐेसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि वैक्सिन महा अभियान में कही जल्दी जल्दी आंकडे बढाकर दिखाने के लिए तो ऐसा नहीं किया जा रहा है।