कोरिया

बैकुंठपुर, (कोरिया), 30 दिसंबर। कोरिया जिले के कुंवारपुर ग्राम पंचायत के सचिव के द्वारा ग्राम के एक व्यक्ति की मृत्यु वास्तविक दिनांक से तीन दिन बाद चौथे दिन बताया गया, जिसके आधार पर मृत्यु के तीन दिन बाद चौथे दिन मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया। इस तरह का मामला बीते दिनों प्रकाश में आया। परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र में अलग अलग दिनांक होने से परेशान हंै, कई बार सचिव के पास गए जहां से उन्हें टका सा जवाब मिला, कि अब वो दुरूस्त नहीं हो पाएगा।
जानकारी के अनुसार जिले के ग्राम पंचायत कुंवारपुर निवासी दीपचंद कौल पिता रामचरण कौल (47) ने घटना दिवस गत 19 अक्टूबर को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गयी थी। इस मामले में पुलिस को सूचना दी गयी और पुलिस ने 19 अक्टूबर को मर्ग कायम कर शव का पीएम कराकर शव परिजनां को सौंप दी।
इसके बाद परिजनों के द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए ग्राम पंचायत में आवेदन किया, तब ग्राम पंचायत के सचिव ने उक्त व्यक्ति का मृत्यु दिनांक 22 अक्टूबर दर्शाया गया और इसके आधार पर ही वित्त योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के रजिस्ट्रार द्वारा बीते 12 नवंबर को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया, जिसमें मृतक मूलचंद्र का मृत्यु 22 अक्टूबर को होना बताया गया। जबकि वास्तविक रूप से मृतक मूलचंद्र का मृत्यु 19 अक्टूबर को हो चुका था, लेकिन सचिव के द्वारा तीन दिन बाद चौथे दिन 22 अक्टूबर को मृत्यु होना बताया गया।
अब मृतक के परिजन इस बात को लेकर परेशान है कि जब मृत्यु 19 अक्टुबर को हुआ और पुलिस को दी गयी सूचना में 19 अक्टूबर को मृत्यु होने की जानकारी दी गयी लेकिन सचिव द्वारा 22 अक्टूबर को मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया। ऐसे में परिजनों के समक्ष कई तरह की समस्याएं सामने आयेंगी, जिसे लेकर परिजन परेशान हैं।
मृतक के परिजनों को योजनाओं का लाभ मिलने में भी दिक्कत होगी। जबकि मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसील कार्यालय से ईश्तहार का प्रकाशन किया जाता है और जिसमें सभी आवश्यक बातों का समावेश होता है तथा जिस किसी को मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जाने से संबंधित आपत्ति हो तो दर्ज कराना होना है, लेकिन किसी ने भी जारी ईश्तहार की खामी को नहीं देख पाये जिस कारण गलत तिथि पर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हो गया। इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।